जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर जी के निर्वाण कल्याणक दिवस पर चरणों में यही प्रार्थना करता हूं कि हर हृदय में सत्य,अहिंसा, शांति, अपरिग्रह का भाव हो।
प्रेम,मंगल और कल्याण के पुण्य प्रकाश से प्रत्येक मन आलोकित होता रहे, जिओ और जीने दो का भाव जागृत हो एवं जगत का कल्याण हो।