दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार ‘अफगानी’ नागरिकों को मतदान का मौका

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पहली बार ‘अफगानी’ नागरिकों को मतदान का मौका
दिल्ली चुनाव 2025 से पहले तिलक नगर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले अफगानिस्तान के कई सिख प्रवासियों को नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) के तहत भारतीय नागरिकता मिल चुकी है। इनमें से कुछ को उनके मतदाता पहचान पत्र मिल गए हैं और वो चुनाव में मतदान कर सकते हैं। हालांकि कुछ प्रवासी सिखों को मतदाता पहचान पत्र मिलने का अब भी इंतजार है, क्योंकि उनकी नागरिकता हाल ही में तय की गई है।
10 प्रतिशत अफगानी नागरिकों के आवेदन हुए स्वीकार
दिल्ली के तिलक नगर इलाके में कई अफगानी सिख परिवार रहते हैं। उत्पीड़न से परेशान होकर भारत में शरणार्थी बने इस सिख परिवारों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) के तहत भारत की नागरिकता पाने के लिए आवेदन किया था। दिल्ली चुनाव 2025 से पहले 700 आवेदनों में से लगभग 10 प्रतिशत यानी 70 शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है। हालांकि अभी भी 90 प्रतिशत परिवार नागरिकता मिलने के इंतजार में हैं। जिन अफगानी शरणार्थियों को नागरिकता मिली है। उनमें से कुछ लोगों को निर्वाचन कार्ड भी मिल गया है। जबकि कुछ लोगों को अभी निर्वाचन कार्ड मिलने का इंतजार है।
हिन्दू शरणार्थियों के मुकाबले अच्छी स्थिति में हैं सिख शरणार्थी
शरणार्थियों के लिए काम करने वाले एक संगठन के अनुसार, 700 आवेदनों में से अभी तक केवल 70 यानी 10 प्रतिशत नागरिकता आवेदनों पर ही कार्रवाई की गई है। जिन अफगान सिखों को भारतीय नागरिकता दी गई है, उनके लिए ये उम्मीदों और मौकों से भरे एक नए अध्याय की शुरुआत है। जबकि बाकी लोग भी भारत सरकार से उम्मीद लगाए हुए हैं कि उन्हें भी मतदान का लोकतांत्रिक अधिकार मिल जाए। संगठन के सदस्यों की मानें तो तिलक नगर में रह रहे हिंदू अफगानी शरणार्थियों के मुकाबले सिख शरणार्थी अच्छी आर्थिक स्थिति में हैं। फिर भी नागरिकता की अनुभूति उखड़े पेड़ को जमीन मिलने जैसी है।

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