डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम से जाना जायेगा भोपाल का 154 करोड़ रूपये से नव निर्मित फ्लाई-ओवर

राजधानी को सबसे लंबे ब्रिज की सौगात, सीएम ने किया नए नाम का ऐलान
4 साल के इंतजार के बाद गुरूवार को शहर के सबसे लंबे ब्रिज का शुभारंभ हो गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसका लोकार्पण किया। 154 करोड़ रुपए की लागत से बने इस ब्रिज को लेकर सीएम मोहन यादव ने बड़ा ऐलान किया है। लोकार्पण समारोह के दौरान सीएम ने जीजी फ्लाइओवर के नाम से चर्चित इस ब्रिज का नाम बदलने की बात कही। साथ ही ब्रिज के नए नाम की भी घोषणा की है।
गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर व अरेरा हिल्स तक निकलने वाला शहर का सबसे लंबा फ्लाइओवर गुरुवार को आमजन के लिए शुरू हो गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सुबह 11 बजे इसका लोकार्पण किया। समारोह में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह भी उपस्थित थे। सीएम मोहन ने जीजी फ्लाईओवर को नया नाम दिया है। बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर ब्रिज को ‘बाबा अंबेडकर ब्रिज’ नाम दिया गया है।
भोपाल का ये ब्रिज मैदा मिल मार्ग को विद्या नगर, शक्ति नगर, कस्तूरबा नगर, साकेत नगर, दानिश नगर, आशिमा मॉल और एस जैसे प्रमुख रिहायशी और वाणिज्यिक क्षेत्रों से जोड़ता है। इसके अलावा औबेदुल्लागंज, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा और जबलपुर की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए भी यह मार्ग को सुगम बनाएगा। यह फ्लाईओवर बोर्ड ऑफिस, प्रगति पेट्रोल पंप और मानसरोवर चौराहे जैसे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों पर यातायात का दबाव कम करेगा।
ब्रिज की खासियत
154 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ ब्रिज
भोपाल का सबसे लंबे ब्रिज को बनने में लगे 4 साल
2900 मीटर है ब्रिज की लंबाई
15 मीटर चौड़ा है ब्रिज
शुभारंभ के बाद फ्लाईओवर को मिला ‘बाबा अंबेडकर’ नाम

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