ग्वालियर । अग्निवीर भर्ती रैली के अंतर्गत ग्वालियर और चंबल अंचल सहित प्रदेश के 14 जिलों के युवकों की शारीरिक परीक्षा संपन्न हो चुकी है। शारीरिक परीक्षा में चयनित 350 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिनके आधार कार्ड से लेकर अंकसूची एवं अन्य दस्तावेज संदेह के घेरे में हैं। इन दस्तावेजों की पड़ताल सेना के अधिकारी करा रहे हैं।
सेना के अधिकारियों ने इन दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए शिक्षा बोर्ड और अन्य विभागों को पत्राचार शुरू कर दिया है। वहीं 900 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो मेडिकल चेकअप के दौरान अटक गए हैं। इनका मेडिकल चेकअप सेना के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। आगामी एक माह में इन परीक्षार्थियों की पड़ताल पूरी हो जाएगी, इसके बाद जो सही पाए जाएंगे, उन्हें ही लिखित परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे।
7 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, श्योपुर, अशोकनगर, मुरैना, दतिया, भिंड, दमोह, सागर, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, निवाड़ी जिले के अभ्यर्थियों की शारीरिक परीक्षा हुई। इसमें से करीब चार हजार ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। कई परीक्षार्थी ऐसे थे, जो शारीरिक परीक्षा में तो उत्तीर्ण हो गए, लेकिन मेडिकल में पूरी तरह अनफिट हो गए।
करीब 900 परीक्षार्थी ऐसे हैं, जिनका स्वास्थ्य परीक्षण भर्ती रैली स्थल पर ही किया गया, लेकिन स्पेशलिस्ट के ओपिनियन की जरूरत के चलते इन्हें आर्मी अस्पताल भेजा गया है। आर्मी के जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर और सागर स्थित अस्पताल में इनका चेकअप जारी है।
वहीं शारीरिक और मेडिकल परीक्षा में चयनित 350 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनके दस्तावेज फर्जी होने का शक है। इसलिए जहां से इन लोगों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है, वहां से सत्यापन कराया जा रहा है। आधार कार्ड, मूल निवासी और अन्य दस्तावेज की जांच के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखे गए हैं। नवंबर माह में यह प्रक्रिया पूरी कर इसके बाद प्रवेश पत्र जारी होंगे। अभी जो परीक्षार्थी शारीरिक और मेडिकल परीक्षा में सफल हो चुके हैं, उन्हें प्रवेश पत्र जारी भी कर दिए गए हैं।