भोपाल । प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदकर गोदामों में भंडारण करने से पहले तीन बार जांच की जाएगी। उपार्जन से पहले गोदामों की जांच कर यह देखा जाएगा कि उनमें पहले से धान तो नहीं है।
यदि धान रखा है तो उसका रिकार्ड अलग से रखा जाएगा। इसी तरह उपार्जन के दौरान और बाद में भी जांच होगी। यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि पिछले साल जबलपुर के शाहपुरा में जांच के दौरान गोदाम में धान कम मिला था। जबकि, किसानों को भुगतान कर दिया था।
धान का उपार्जन 20 नवंबर के बाद प्रारंभ होगा। इसके लिए एक हजार 200 केंद्र बनाए जाएंगे। प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति फैज अहमद किदवई ने बताया कि इस बार उपार्जन प्रारंभ होने से पहले गोदामों की जांच कराई जाएगी।
इसमें यह देखा जाएगा कि गोदाम में पहले से धान तो नहीं है। यदि पूर्व से धान रखा होगा तो उसका अलग से रिकार्ड रखा जाएगा ताकि इस वर्ष होने वाले उपार्जन में वह शामिल न हो सके। उपार्जन के बीच में और अंत में भी सत्यापन कराया जाएगा। प्रदेश में 35 लाख टन धान का उपार्जन होना संभावित है। इसके लिए भंडारण, परिवहन आदि की तैयारियां कर ली गई हैं।