भोपाल, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अवनीश बुंदेला ने नामांतरण प्रक्रिया में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार नामांतरण को आसान बनाने के दावे तो करती है, लेकिन हकीकत में आम लोगों को तहसील और नजूल विभाग के चक्कर काटने पड़ते हैं। स्थिति यह है कि अकेले टीकमगढ़ जिले में 13,000 से अधिक नामांतरण के प्रकरण लंबित हैं, जबकि प्रदेशभर में यह संख्या लाखों में हो सकती है। बुंदेला ने कहा कि “लोग पंजीयन शुल्क के रूप में भारी रकम चुकाते हैं, लेकिन इसके बावजूद नाली, सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलतीं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “प्रभावशाली लोग रिश्वत देकर नामांतरण जल्दी करा लेते हैं, जबकि आम और गरीब लोगों के आवेदन नियमों का हवाला देकर खारिज कर दिए जाते हैं। टीकमगढ़ के कांग्रेस विधायक यादवेन्द्र सिंह बुंदेला ने 21 मार्च 2025 को विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और बताया कि जिले में 4,383 मामले न्यायालय में लंबित हैं। लेकिन सरकार ने इसका स्पष्ट जवाब देने के बजाय लोगों को जिला कलेक्टर से संपर्क करने की सलाह देकर पल्ला झाड़ लिया। बुंदेला ने कहा कि “भाजपा सरकार पिछले 22 सालों में मास्टर प्लान लागू नहीं कर पाई, जिससे नामांतरण और अन्य भूमि संबंधी प्रक्रियाएं और भी कठिन होती जा रही हैं।