*एआई से डरो मत अपने विचार इसके माध्यम से प्रभावी रूप से पहुंचाओ – भार्गव*
इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हमें डरने की जरूरत नहीं है। हमें इसका उपयोग करना चाहिए और अपने विचारों को इसके माध्यम से प्रभावी रूप से पहुंचना चाहिए।
स्टेट प्रेस क्लब म प्र के द्वारा आयोजित भारतीय पत्रकारिता महोत्सव के तीसरे दिन के सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो आर्टिफिशियल होगा वह इसके पास होगा और जो नेचुरल होगा उसको इससे कोई तकलीफ नहीं हो सकती है। हमें इससे डरने की जरूरत नहीं है। दुनिया के कुछ देश है जो की दुनिया के हर आदमी पर नजर रखना चाहते हैं। उन लोगों के लिए यह उपयोगी साबित हो सकता है। ईवीएम पर उठाए जा रहे सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कई बार कह चुका है कि कोई भी सवाल है कोई भी शंका है तो हमारे पास लिए हम उसका जवाब देंगे। हाल ही में चुनाव आयोग के द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि जिस मशीन में वोट डाले जाते हैं उसके साथ कोई भी सर्वर जुड़ा हुआ नहीं होता है। जरूर इस बात की है कि हम अपने कार्यकर्ताओं पर विश्वास करें।
उन्होंने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन का कानून बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इस प्रक्रिया के माध्यम से देश के नागरिकों को राजनीतिक न्याय मिल सकेगा। जब तक जवाहरलाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे तब तक देश में एक साथ इलेक्शन होते थे। बाद में यह चुनाव अलग-अलग होने लगे। चुनाव आयोग और ला कमीशन के द्वारा 1990 में पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की रिपोर्ट दी गई है। यदि चुनाव देश में एक साथ होंगे तो देश का पैसा बचेगा । वर्ष 2019 से लेकर 2024 तक देश में हुए चुनाव पर 6.5 लाख करोड रुपए खर्च हुए हैं। यदि यह चुनाव एक साथ कराए जाते तो यह कार्य 1.5 लाख करोड़ में हो जाता। जो 5 लाख करोड रुपए बचते हैं वह देश की शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था के बजट का आधा है। बार-बार चुनाव होने से देश हमेशा इलेक्शन के मोड में रहता है। इस स्थिति को बदलने के लिए देश में एक साथ चुनाव जरूरी है।