जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन प्रभावित रामबन जिले में राहत और बचाव अभियान जारी
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने और भूस्खलन की घटना के बाद राहत और बचाव अभियान आज फिर शुरू होगा। कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह से खोलने के प्रयास जारी हैं।
तूफान, ओलावृष्टि, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में सेब और अन्य बागानों को बड़ा नुकसान हुआ है। रामबन जिले में कल बादल फटने से हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई।
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में राजमार्ग के किनारे विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन, मिट्टी धंसने और पत्थर गिरने से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है। पंथियाल के पास सड़क क्षतिग्रस्त होने से कई वाहनों को नुकसान हुआ है।
रामबन के उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी के हवाले से हमारे जम्मू संवाददाता ने बताया कि कल शाम या परसों सुबह तक एकतरफा यातायात खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि राजमार्ग पर कोई वाहन नहीं फंसा है। वहां फंसे सभी 140 वाहनों को सुरक्षित रूप से बनिहाल की ओर ले जाया गया है। रामबन सेक्टर में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण कल से राजमार्ग बंद है। यातायात बहाली के काम में तेजी लाने के लिए, बनिहाल, कराचियाल, डिगडौल, मैत्रा और चंदरकोट से त्वरित प्रतिक्रिया दल भेजे गए हैं। उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की टीम राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, लेकिन खराब मौसम की कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। सेना के जवान यातायात बहाल करने में नागरिक प्रशासन की सहायता कर रहे हैं। तेज बारिश के कारण आज रामबन जिले में स्कूल और सरकारी संस्थान बंद रहेंगे।