मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन की तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। राज्य स्तरीय कार्यक्रम शहडोल में होगा। दोपहर दो बजे से कार्यक्रम होंगे। इसके पहले दोपहर एक से दो बजे तक 89 जनजातीय बहुल विकासखंडों के कार्यक्रम होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में भगवान बिरसा मुंडा के जन्म-दिवस पर जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम भव्य रूप में हो रहे हैं। गत वर्ष 15 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल आकर जम्बूरी मैदान पर जनजातीय गौरव दिवस को संबोधित किया था। इस वर्ष प्रदेश में उत्साह और गरिमामय कार्यक्रम से जनजातीय समाज के लोगों की उपस्थिति में कार्यक्रमों की रचना की गई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का यह क्रांतिकारी कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम आनंद के प्रकटीकरण का रहेगा। प्रदेश में जनजातीय वर्ग के लोगों को बताया जाएगा कि पेसा एक्ट क्या है, इसके क्या लाभ हैं। जनजातीय योजनाओं के लाभ बताते हुए प्रदेश में जनजातीय वर्ग के सशक्तिकरण के प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शहडोल सहित अन्य स्थानों पर जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ पूर्ण की जाएँ। गत वर्ष जनजातीय गौरव दिवस पर जनजातीय कल्याण के लिए की गई घोषणाओं में से अधिकांश पूर्ण हो गई हैं। प्रदेश में जनजातीय कल्याण और पेसा कानून के माध्यम से समरसता के साथ विकास के कार्यों को अमल में लाने का संकल्प राज्य सरकार का है।
मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कलेक्टर्स को संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य के 89 विकासखंड के कार्यक्रम की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के साथ विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।