मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संतों के चरणों में शांति और नई ऊर्जा प्राप्त होती है। संत हमें सन्मार्ग पर चलने का संदेश देते हैं। उनके ही आशीर्वाद से उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण साकार रूप ले सका है। इसके द्वितीय चरण निर्माण कार्य शीघ्र ही पूर्ण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी अवंतिकापुरी तीनों लोकों से न्यारी है। मुख्यमंत्री चौहान उज्जैन में चारधाम मंदिर के समीप विराट संत सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे बाल ब्रह्मचारी त्यागमूर्ति अखंडानंदजी महाराज और सभी संतों को प्रणाम करते हैं। आदि गुरू शंकराचार्य जी ने भारतीय संस्कृति और सभ्यता की रक्षा कर उसे महान बनाया। उन्होंने चारों
दिशाओं से सम्पूर्ण देश को जोड़ने का कार्य किया। नर्मदा सेवा यात्रा के समय ओंकारेश्वर में आदि गुरू शंकराचार्य जी की प्रतिमा और अद्वैत वैदिक संस्थान के निर्माण की कार्य-योजना को अमल में लाने का निर्णय लिया गया था। अब इस कार्य-योजना के निर्माण कार्य तेज गति से चल रहे हैं। अगस्त 2023 तक आदि गुरू शंकराचार्य की प्रतिमा का निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है। संत हमें सदबुद्धि दें और सन्मार्ग पर चलायें, यही कामना है। मुख्यमंत्री चौहान ने सम्मेलन में सभी संतों को सम्मानित किया और संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री को सन्त समाज ने भगवान महाकालेश्वर का चित्र भेंट किया।