केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशन में गृह मंत्रालय ने दिल्ली के कंझावला कांड को लेकर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से रिपोर्ट तलब की है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सीपी शालिनी सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई है. शालिनी सिंह पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट गृह मंत्रालय को देंगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पूरे मामले की जानकारी दी गई है. कंझावला कांड में सोमवार (2 जनवरी) को युवती के शव का पोस्टमॉर्टम भी पूरा हो गया.
इस पोस्टमॉर्टम को 3 डॉक्टर्स की टीम कर रही थी जिसको लीड उपेंद्र किशोर कर रहे थे, जो एलएनजेपी के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के हेड हैं. पोस्टमॉर्टम तकरीबन 1 घंटे तक चला है. दिल्ली के कंझावला में 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात को स्कूटी सवार एक युवती को कार से टक्कर मारी गई थी. हादसे के बाद भी कार सवार युवकों ने अपना वाहन नहीं रोका और कार में फंसी युवती को कई किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए. इस हादसे में युवती की मौत हो गई.
कंझावला केस को लेकर हुआ प्रदर्शन
इस घटना के एक दिन बाद बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में सोमवार को लोगों ने प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस बलात्कार के मामले को दुर्घटना मानकर इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने इस मामले के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
दिल्ली के सीएम और एलजी ने क्या कहा?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने इसे ‘दुर्लभतम अपराध’ करार दिया और घटना के जिम्मेदार लोगों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की. वहीं, उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) ने कहा कि इस अमानवीय अपराध से उनका सिर शर्म से झुक गया है. इस घटना का चश्मदीद होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि युवती के शव को डेढ़ घंटे से अधिक समय तक घसीटा गया.