रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बड़ा फैसला लेते हुए यूक्रेन में एकतरफा युद्धविराम का आदेश दिया है। वैसे ये युद्धविराम केवल दो दिनों के लिए है। दरअसल 6 और 7 जनवरी को ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस मनाया जाएगा। रूस और यूक्रेन, दोनों ही देशों के लोग इस त्योहार को मनाते हैं। इसे देखते हुए रूसी धर्मगुरु पैट्रियार्क किरिल (Patriarch Kirill) ने राष्ट्रपति पुतिन से आग्रह किया था कि इस दौरान हमले ना किये जाएं, ताकि दोनों देशों के लोग त्योहार मना सकें। राष्ट्रपति पुतिन ने इसे स्वीकार करते हुए सेना को दो दिनों के लिए युद्धविराम का आदेश दिया है। यानी इस दो दिनों में यूक्रेन के किसी शहर में गोलाबारी नहीं होगी और लोग चैन की सांस ले सकेंगे। आपको बता दें धर्मगुरु किरिल, राष्ट्रपति पुतिन के कट्टर समर्थक हैं और राष्ट्रपति पुतिन भी इनको काफी महत्व देते हैं।
रुस का आर्थोडॉक्स चर्च पुराने जूलियन कैलेंडर का इस्तेमाल करता है, इसलिए सात जनवरी को क्रिसमस का त्योहार मनाता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर से 13 दिनों बाद पड़ता है। रूसी चर्च के इस प्रस्ताव को यूक्रेन के अधिकारियों ने पहले खारिज कर दिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पदोल्याक ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा था कि ‘यह जाल और दुष्प्रचार का हिस्सा है।’
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक साल पूरा होने वाला है। रूस इस युद्ध में पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहा। हाल ही में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने नई जनरेशन की हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों से लैस फ्रिगेट अटलांटिक सागर में भेजा है। हाइपरसोनिक मिसाइलों की रफ्तार आवाज की गति से पांच गुना अधिक होती है। इस तरह की मिसाइलों का इस्तेमाल कर विरोधियों पर आसानी से दबाव बनाया जा सकता है।