संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने शुक्रवार को ट्विटर पर यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा, बजट सत्र 66 दिन चलेगा। इस दौरान 14 फरवरी से 12 मार्च तक अवकाश रहेगा। 27 दिन सदन की कार्यवाही चलेगी। 6 अप्रैल को बजट सत्र का समापन होगा। संसद के बजट सत्र पर पूरे देश की नजर रहती है, क्योंकि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश करेंगी। हर आम और खास को इससे बड़ी उम्मीद हैं।
2023 का केंद्रीय बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किया जाएगा। 1 फरवरी को सुबह 11 बजे से बजट भाषण शुरू होता है। दूरदर्शन के सभी चैनल पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा। कोरोना महामारी से उबरने में जुटी देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह बजट बहुत अहम होने जा रहा है। जानकारों का मानना है कि राजस्व में वृद्धि के साथ उम्मीद करते हैं कि सरकार धीरे-धीरे घाटे को कम करेगी और मामूली खर्च वृद्धि की अनुमति देगी।
वहीं महंगाई पर आम आदमी की नजर रहेगी। पेट्रोल और डीजल की कीमतें सभी को भारी पड़ रही है। माना जा रहा है कि साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों और अलगे साल के आम चुनावों का बजट पर असर देखने को मिल सकता है।
आम बजट की प्रक्रिया वित्त मंत्री द्वारा लोकसभा में बजट प्रस्ताव पेश करने के साथ शुरू होती है जिसमें आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सरकारी राजस्व और व्यय का अनुमान शामिल होता है। वित्त विधेयक के रूप में पारित होने से पहले प्रस्ताव पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों में चर्चा और बहस की जाती है। इसके बाद इसे पारित किया जाता है।