रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद जब अरुण साव रविवार को प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे तो वे कार्यालय की सीढ़ियों पर माथा टेककर अंदर प्रवेश किए। साव के इस अंदाज ने आठ साल पहले नरेंद्र मोदी के उस घटनाक्रम की यादें ताजा कर दी जब चुनाव जीतने के बाद पहली बार संसद पहुंचे तो उन्होंने संसद की सीढ़ियों पर माथा टेककर लोकतंत्र के मंदिर में कदम रखे। उस समय पीएम मोदी की यह तस्वीर खूब वायरल हुई थी।
अरुण साव ने प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में राज्य सरकार की योजनाओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार की सभी योजनाएं सिर्फ कागज, विज्ञापन और कांग्रेस नेताओं की जुबान पर है।
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे। जनता कांग्रेस सरकार से ऊब गई है और उसे भाजपा में ही भविष्य नजर आ रहा है। साव ने कहा कि रोका छका अभियान कहां है। जानवर सड़क पर दिख रहे हैं। एक भी गोठान में पशु नहीं दिख रहे हैं। यही भूपेश सरकार की असफलता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
साव ने कहा कि प्रदेश में विकास के खोखले दावे किए जा रहे हैं। भाजपा की सरकार ने 15 साल तक गांव में सड़क, बिजली और पानी के लिए मजबूत व्यवस्था की लेकिन अब गांव के लोग विकास के लिए तरस रहे हैं।
साव ने अपनी पहली पत्रकार वार्ता में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को भी याद किया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई जी ने छत्तीसगढ़ का निर्माण शोषण से मुक्ति और समानता के लिए किया था। भाजपा की सरकार ने 15 साल तक उस दिशा में काम किया। आज जो भी विकास के कार्य दिख रहे हैं, वह भाजपा सरकार की देन है।