मंगल ग्रह ने 10 और 11 अगस्त की मध्यरात्रि में वृषभ राशि में प्रवेश कर लिया है। मंगल 16 अक्टूबर की सुबह तक वृषभ राशि में ही रहेंगे। मंगल ग्रह के वृषभ राशि में होने के कारण देश को बहुत लाभ होने वाला है। मेष और वृश्चिक इसकी अपनी ही राशि है। वहीं शनि की राशि मकर में इन्हें बल प्राप्त होता है। जन्म कुंडली के केंद्र में यदि मंगल ग्रह हो तो रूचक महापुरुष योग बनता है। लेकिन चंद्रमा की राशि कर्क में इनकी स्थिति कमजोर होती है। मंगल के वृषभ राशि में प्रवेश करने से सभी राशियों पर इसका असर देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं कि विभिन्न राशियों पर मंगल के पड़ने से क्या प्रभाव होगा।
मेष राशि – फिजूल के कार्यों में धन की बर्बादी न करें। वाणी पर संयम रखें। अनावश्यक भय बना रहेगा।
वृषभ राशि – रक्त या अग्नि संबंधी कोई बीमारी होगी। वाहन से संबंधित कोई समस्या हो सकती है। मित्रों और परिवारजनों से दूरी हो सकती है।
मिथुन राशि – मानसिक उत्तेजना होगी। चिंता बनी रहेगी। गर्मी से उत्पन्न कोई बीमारी हो सकती है। धन का नाश होगा।
कर्क राशि – रुके हुए कार्यों में सफलता मिलेगी। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। अचानक धन प्राप्त हो सकता है। नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।
सिंह राशि – उग्र व्यवहार के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नौकरी छूटने का भय होगा। तबादले की आशंका बनी रहेगी।
कन्या राशि – थकावट महसूस होगी। धन की हानि हो सकती है। सेहत पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
तुला राशि – सम्मान में कमी हो सकती है। धन की हानि की आशंका होगी। उग्र वाणी से विवाद बढ़ सकते हैं। बीमारी या किसी घाव से पीड़ा होगी।
वृश्चिक राशि – अपने जीवनसाथी से झगड़ा हो सकता है। अनावश्यक चिंता होगी। प्रेम संबंध खराब हो सकते हैं।
धनु राशि – शत्रुओं का नाश होगा। प्रयासों में सफलता मिलेगी। रिश्तेदारों से अच्छे संबंध बनेंगे। कहीं से धन की प्राप्ति हो सकती है।
मकर राशि – शरीर में ध्यान देने की आवश्यकता है। बिना कारण चिंता बनी रहेगी। परिवार में कलह हो सकता है।
कुंभ राशि – कार्य में बाधा आ सकती है। भाई या रिश्तेदारों से झगड़ा हो सकता है। पेट से संबंधी कोई बीमारी हो सकती है।
मीन राशि – अचानक कहीं से धन प्राप्त हो सकता है। पुरानी किसी बीमारी से छुटकारा मिलेगा। उच्च शिक्षा में लाभ हो सकता है।