फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की कहानी मध्य प्रदेश के धार निवासी सूर्यपाल सिंह ने लिखी है
देशभर में गत पांच मई को रिलीज हुई फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ की इन दिनों काफी चर्चा हो रही है। धर्मांतरण और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के सेक्स क्लेव के रूप में केरला की लड़कियों की कहानी को इस फिल्म में दिखाया गया है। इसके लेखक सूर्यपालसिंह सिसोदिया हैं, जो जवाहर नवोदय विद्यालय मुलथान के विद्यार्थी रह चुके हैं। मूलतः धार के रहने वाले सिसोदिया मुंबई में फिल्मों की कथा, पटकथा और संवाद लेखन का कार्य कर रहे हैं।
सिसोदिया ने बताया कि वर्ष 1997 में कक्षा छठी में जवाहर नवोदय मुलथान में प्रवेश लेकर वर्ष 2004 तक स्कूली शिक्षा पूरी की। कक्षा पांचवीं से ही मुझे कविता लिखने का शौक लग गया था। नवोदय के संगीत शिक्षक प्रदीप जोशी और आरएस केशकर ने मेरे अंदर छुपे हुनर को पहचान कर मुझे मंच उपलब्ध करवाया। विद्यालयीन कार्यक्रमों सहित मुलथान पंचायत के गणतंत्र दिवस समारोह और अन्य सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेने लगा। इससे मेरी संगीत कला और लेखन में रुचि बढ़ने लगी।