दिल्ली, 08 मई भारत की अग्रणी कंसल्टिंग फर्म इंटरवीव ने सोमवार को अपने पॉश ई-लर्निंग पाठ्यक्रम को अब हिंदी भाषा में प्रस्तुत किया। इंटरवीव का यह लर्निंग मॉड्यूल कर्मचारियों को समझाता है कि एक सुरक्षित और समावेशी कार्यस्थल का क्या महत्व है, साथ ही यह उन्हें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरुक होने का अहसास भी कराता है। इस पाठ्यक्रम का हिंदी में आना कर्मचारियों को उस भाषा में सीखने का ठोस विकल्प प्रदान करेगा जिसे वे बेहतर जानते-समझते हैं। कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम के संबंध में कर्मचारियों को शिक्षित करने के लिए 60 मिनट के इस लर्निंग मॉड्यूल को सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है। यह ई-लर्निंग पाठ्यक्रम कर्मचारियों को उन स्थितियों की पहचान करने और उन्हें रोकने के प्रति संवेदनशील बनाने में मदद करेगा जो यौन उत्पीड़न का कारण बन सकती हैं। आजकल बड़ी संख्या में संगठन ‘हाइब्रिड कार्य मॉडल’ में कामकाज करते हैं, यानी कार्यस्थल पर स्त्री और पुरुष दोनों की मौजूदगी होती है। उनके लिए यह सामग्री अत्यंत उपयोगी और कारगर है, इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह आभासी (वर्चुअल) कार्यस्थल में भी उपयुक्त व्यवहार सिखाने में असरदार साबित हो सके। कोर्स पूरा करने पर प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। इंटरवीव कंसल्टिंग की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) निर्मला मेनन ने कहा, “संगठन आज अधिक-से-अधिक जिम्मेदार बनते जा रहे हैं और एक समावेशी कार्य वातावरण का निर्माण और पोषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे, जो सभी के लिए समान रूप से सुरक्षित हो। पॉश प्रशिक्षण इस बात की स्पष्ट समझ विकसित करने के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है कि यौन उत्पीड़न क्या होता है और इससे निपटने के लिए उचित व्यवहार कैसे सीखें। चूँकि कंपनियाँ देश भर में विभिन्न क्षेत्रों, समुदायों और पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले लोगों को नियुक्त करती हैं, इसलिए मॉड्यूल को हिंदी में उपलब्ध कराना भाषा की बाधा को तोड़ने और इसे सभी के लिए आसान बनाने की दृष्टि से एक अत्यंत आवश्यक पहल है। हमें विश्वास है कि यह एक ‘सुरक्षित कार्यस्थल’ की अवधारणा को आगे बढ़ाने में मदद करेगा और इस बात में संगठनों की मदद करेगा कि वे यौन उत्पीड़न से संबंधित घटनाओं को काफी हद तक खत्म कर सकें। ” इंटरवीव कंसल्टिंग देश में अग्रणी समावेशन समाधान परामर्श फर्म के रूप में, इंटरवीव कंसल्टिंग के समाधानों की शृंखला भारतीय परिदृश्य के संदर्भ में फर्म के गहन ज्ञान और विषय के अनुभव के आधार पर डिज़ाइन की गई है। यह विशेषज्ञता फर्म के वैश्विक अनुभव के साथ मिलकर उन्हें सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक तरीके से ऐसी रणनीतियों और दृष्टिकोणों को विकसित, अनुकूलित और व्यवस्थित करने में मदद करती है जो सर्वोत्तम प्रभाव उत्पन्न कर सकें।