भोपाल, खरगोन जिले में मंगलवार को हुए बस हादसे में अपने परिजनों को खो चुके परिवारों की पीडा और करूण रूदन को सुनकर प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री और कसरावद के विधायक सचिन यादव भी भावुक होकर द्रवित हो गए। उल्लेखनीय है कि कल मंगलवार को डोंगरगांव-दसंगा के बीच बोराड नदी पर बने पुल के नीचे यात्री बस के गिर जाने से 24 यात्रियों की मौत हो गई थी।
सरकार ने हादसों से नहीं लिया सबक
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाए ठोस कदम
पूर्व कृषि मंत्री और विधायक सचिन यादव ने मिडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश की परिवहन व्यवस्था बेपटरी हो गई है। शासन-प्रशासन ने अभी तक हुए बस हादसों से सबक नहीं लिया है। इस वजह से छोटी-बडी दुर्घटनाएं हो रही है। शासन-प्रशासन को ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कडे, ठोस और कारगर कदम उठाने चाहिए। यादव ने कहा कि आज मैं मृतकों और घायलों के परिवारों के बीच गया था। उन्हें सांत्वना दी। इनके परिजन और परिवार के लोग अभी सदमे में हैं। शासन-प्रशासन को उन्हें इस सदमे से उबारने के लिए पर्याप्त और हर संभव सहायता करनी होगी।
मृतकों के आश्रितों को दी जाए सरकारी नौकरी कांगेस पार्टी के वरिष्ठ किसान और सहकारी नेता एवं पूर्व केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री अरूण यादव ने भी अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार से मांग की है कि प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रूपये दिये जाए। घायलों को भी 5-5 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाए। अरूण यादव और सचिन यादव ने मृतकों के आश्रितों को शासकीय नौकरी भी दिये जाने की मांग की है। नेताद्वय ने हादसे की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की भी मांग की है। अरूण यादव और सचिन यादव ने खरगोन से लेकर खुरूमपुरा फाटे तक बनी सडक को भी तकनीकी रूप से खराब बताया है। उन्होंने उच्च स्तरीय तकनीकी अधिकारियों के दल से इसकी जांच करवाकर उनकी रिपोर्ट के आधार पर इस सडक का पुननिर्माण कराने की मांग की है। ताकि ऐसे हादसों की भविष्य में पुनरावृत्ति न हो।