शहडोल, जिला अस्पताल में 10 वर्षीय बालक की आंख के बगल से चेहरे में घुसे नुकीले सरिया को आपरेशन कर डाक्टरों ने निकाला है। अब बालक सुरक्षित है और जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। सरिया निकलने के बाद स्वजन व डाक्टरों ने राहत की सांस ली है।
जयसिंहनगर के ग्राम कुबरा में 10 वर्षीय बालक अनिल कोल की आंख के बगल में लोहे का नुकीला सरिया घुस गया था।
स्थानीय डाक्टरों ने जब उपचार करने से मना कर दिया तो बालक व उसके स्वजन सरिया को हाथ में पकड़कर 50
किलोमीटर आटो से जिला चिकित्सालय पहुंचे थे। जैसे ही बालक अस्पताल पहुंचा तो ओपीडी में तैनात सभी कर्मचारी व
डाक्टर बालक की हालत को देखकर दंग रह गए। डाक्टर के काफी प्रयास के बाद नुकीले सरिया को ओपीडी में नहीं
निकाल सके।
स्वजन सिविल सर्जन डा.जी एस परिहार से आग्रह किया कि बालक की आंख से सरिया निकलवाने की व्यवस्था की जाए
ताकि उसे दर्द से राहत मिल सके। इसके बाद सिविल सर्जन ने तत्काल आपरेशन थिएटर में डाक्टर से आपरेशन कर
नुकीला सरिया निकालने के निर्देश दिए। ड्यूटी में तैनात डा अपूर्व पांडे, धनंजय चतुर्वेदी ने करीब आधा घंटे के सफल
आपरेशन के बाद बालक के चेहरे से नुकीला सरिया को सुरक्षित निकाल लिया और बालक को राहत मिल गई।
स्वजनों ने बताया कि शुक्रवार को बालक सुबह डिश टीवी की छतरी में सिग्नल सेट करने छत पर चढ़ा था, इसी दौरान
उसका पैर फिसल गया और छत के नीचे रखा नुकीला सरिया उसके दाहिने आंख के बगल में धंस गया। आनन-फानन में
हाथ में 5 फीट का नुकीला सरिया पकड़ कर जयसिंहनगर अस्पताल पहुंचे। वहां के डाक्टर सरिया नहीं निकाल सके तो
जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।