मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश देश का दिल है, आपने मध्यप्रदेश का दिल जीत लिया है। न केवल यूपीएससी परीक्षा बल्कि नीट, आई.आई.टी, जेईई सहित अलग-अलग परीक्षा में प्रदेश के विद्यार्थियों का चयन हो रहा है। विद्यार्थी चयनित होने के बाद अपना दृष्टिकोण ऐसा रखें, जिससे प्रदेश और देश की जनता का भविष्य बन सकें और देश विकास के पथ पर आगे बढ़े। विद्यार्थी सफलता-असफलता की परवाह किये बगैर आगे बढ़ें। कोई कार्य ऐसा नहीं है, जो आप नहीं कर सकते, लक्ष्य तय कर आगे बढ़ने पर सफलता जरूर मिलती है। मुख्यमंत्री चौहान आज रवीन्द्र भवन में सफलता के सोपान सम्मान समारोह में यूपीएससी में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से चयनित 38 अभ्यर्थियों का शॉल, श्रीफल और प्रतीक-चिन्ह प्रदान कर संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने विद्यार्थियों को प्रेरणा स्वरूप कहानी सुना कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए कार्य करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि देश आगे बढ़े, दुनिया देखती रह जाये, ऐसा कार्य कर दिखायें। अहंकार कभी न करें। जनता की सेवा के लिए हम तत्पर रहें। सामान्य परिवारों से आकर, आप आगे बढ़े, मुझे इस पर गर्व है। विनम्रता कभी न भूलें, सबको समान महत्व देकर कार्य करें। धैर्य कभी नहीं खोएँ और उत्साह से सदैव भरे रहें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। आप अच्छे से प्रशिक्षण लेकर देश को और आगे बढ़ाने के लिए बेहतर ढंग से कार्य करें। प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हों।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों के सामने विभिन्न क्षेत्रों में जाने के अवसर हैं। चयनित अभ्यर्थी कृष्णपाल की माँ आँगनवाड़ी सहायिका हैं। ऐसी स्थिति में सफल होकर दिखा देना हम सबके लिए गर्व की बात है। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि दुनिया में कोई ऐसा कार्य नहीं है, जो मनुष्य नहीं कर सके। मनुष्य जैसा सोचता है वैसा बन जाता है। उन्होंने कहा कि एक छोटे से स्कूल से निकलकर मैं मुख्यमंत्री बन सकता हूँ, तो आप क्यों नहीं सफल हो सकते हैं। अपनी रूचि का विषय चुन कर पूरी क्षमता से तैयारी करें। समय का एक क्षण भी न गवायें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के बच्चे चमत्कार कर सकते हैं। उन्हें आवश्यक सुविधाएँ दिलाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई अब हिन्दी में होगी। इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में कराई जायेगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पूरे देश से 700 चयनित विद्यार्थियों में से प्रदेश के 38 विद्यार्थियों का चयन हमारे लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि समग्र मध्यप्रदेश से यूपीएससी में विद्यार्थियों का चयन हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान प्रतिभाओं को देश एवं प्रदेश में स्थान बनाने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। उनका प्रेरणादायी मार्गदर्शन लगातार मिलता रहेगा।
पूर्व आई.ई.एस. बी. सिंह ने कहा कि सही मायने में सफलता का पता सिविल सर्विस की परीक्षा में चयन होने पर चलता है। मुख्यमंत्री चौहान ने विद्यार्थियों के लिए सफलता के नए रास्ते खोले हैं। विद्यार्थी चयनित होकर हम सबके गौरव बन गए हैं। यूपीएससी में चयनित होने के लिए प्रोत्साहन जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि विद्यार्थी सिविल सेवा में सफल नहीं होते हैं तो वे जीवन में अवश्य सफल होते हैं। उनकी मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।
सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी
कार्यक्रम में यूपीएसएसी 2021 में चयनित कुमारी सोनाली सिंह परमार ने कहा कि उचित दिशा में उचित परिश्रम करें। निर्धारित पथ पर अडिग रहें। ऐश्वर्य वर्मा ने कहा कि अपना देखा सपना पूरा करने की कोशिश करें, चाहे मुश्किलें कितनी भी आ जाएं। कुमारी श्रद्धा गोमे ने कहा कि परीक्षा की तैयारी करने के पूर्व परीक्षा को समझना जरूरी है। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। असफलता से घबरायें नहीं। टेक्नोलॉजी का नियंत्रित और सही दिशा में उपयोग करें। परीक्षा जीवन का एक हिस्सा है, यह जीवन नहीं है। कृष्णपाल राजपूत ने कहा कि कभी भी अपने आप को कमजोर नहीं समझें। कठिन परिश्रम, साहस और धैर्य से तैयारी करें। कुमारी ट्विंकल जैन ने कहा कि विषय की समझ, समय प्रबंधन के साथ अपने आप को मेन्टली स्ट्रांग रखें। कोशिश करते रहें, हार नहीं होगी।
प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन में अपर मुख्य सचिव शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि अत्यंत हर्ष का विषय है कि प्रदेश के 38 उम्मीदवारों का यूपीएसएसी में चयन हुआ है। जो यह बताता है कि मध्यप्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। आप सभी समाज के उत्थान में अपना योगदान देंगे।
कार्यक्रम में प्रतिभाओं का परचम पुस्तिका का विमोचन किया। इसके डिजिटल वर्जन का भी विमोचन हुआ। इसी के साथ ही सफलता के सोपान पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश की उपलब्धियों से संबंधित लघु फिल्म दिखाई गई। फिल्म में यूपीएससी में चयनित अभ्यर्थियों ने अपने प्रेरक विचारों से अवगत कराया।