ठंडा खाना खाने से बॉडी में फ्लूइड का मूवमेंट कम हो जाता है और डाइजेशन प्रॉब्लम हो सकती है……
आजकल की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में ना खाने का कोई निश्चित समय रह गया है और ना ही शांति से बैठकर खाने की फुर्सत। शहरों में ज्यादातर कामकाजी लोगों को हफ्ते भर में किसी छुट्टी के दिन ही गर्म खाना नसीब होता है। बाकी दिनों में टिफिन के ठंडे खाने या कैंटीन की तले-भुने चीजों से काम चलाना पड़ता है। लेकिन ये आदत शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकती है। हेल्दी खाना भी अगर ठंडा हो, शरीर को उतना फायदा नहीं देता, जितना ताजा और गर्म खाना। ठंडा खाना खाने से बॉडी में फ्लूइड का मूवमेंट कम हो जाता है और डाइजेशन प्रॉब्लम हो सकती है। डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी ने बताया कि गर्म खाना खाने के शरीर को कितने तरह के फायदे हो सकते हैं।
आसानी से पचता है गर्म भोजन
ये तो सभी जानते हैं कि गर्म खाना, ठंडे खाने की तुलना में आसानी से पच जाता है। दरअसल, शरीर गर्म खाने को आसानी से एब्जॉर्ब कर लेता है। इसी वजह से गर्म खाना खाने से पेट खराब होने का रिस्क कम रहता है। ठंडा खाना हजम करने में शरीर को काफी मेहनत भी करनी पड़ती है। ऐसे में लगातार ठंडा खाने से अपच और पेट दर्द की समस्या पैदा हो सकती है।
हेल्दी होता है गर्म खाना
विशेषज्ञों के अनुसार, ठंडे खाने की तुलना में गर्म खाना ज्यादा पौष्टिक होता है। इसकी वजह ये है कि जैसे की खाने की चीजों का तापमान कम होता है, उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। वैसे, हानिकारक बैक्टीरिया के पनपने में कुछ घंटे लगते हैं, लेकिन इसकी प्रक्रिया शुरु हो जाती है। वहीं ताजा गर्म खाने में जर्म्स या बैक्टीरिया नहीं होते और इस वजह से पेट और सेहत के लिए ज्यादा लाभकारी होते हैं। अगर ठंडे खाने को भी गर्म कर लिया जाए, तो उसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं और ये ज्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक हो जाता है।
खाने का स्वाद
गर्म खाना हमेशा स्वादिष्ट लगता है और संतुष्टि देता है। इसकी वजह ये है कि गर्म खाना हमारी जीभ पर मौजूद सभी टेस्ट बड्स को सक्रिय करता है और इस वजह से खाना ज्यादा स्वादिष्ट लगता है। गर्म खाने में खुशबू भी होती है, जो स्वाद और भूख में वृद्धि करती है। गर्म खाना खाने से मानसिक तौर पर भी संतुष्टि का अहसास होता है। साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। वहीं ठंडा खाना सिर्फ पेट भरता है।
ज्यादा गर्म खाना नुकसानदेह
गर्म खाने का मतलब ये नहीं कि आप उबलती हुई चाय या बेहद गर्म चीज मुंह में डाल लें। बहुत ज्यादा गर्म खाना खाने से शरीर के इंटरनल पार्ट डैमेज हो सकते हैं। ज्यादा गर्म खाना, जीभ और गले की नली से लेकर इसोफेगस तक को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए बहुत ज्यादा गर्म खाने या पीने की चीज से बचें। विशेषज्ञों के मुताबिक खाना हमेशा हमारी बॉडी की बाहरी सतह यानी स्किन को सूट करने लायक गर्म होना चाहिए। दाल, सब्जी, रोटी या खाने की कोई भी चीज इतनी ही गर्म हो, जितनी हमारी उंगलियां या जीभ झेल सके। इस तापमान पर खाना हेल्दी होता है और आसानी से पचता है।