देवी आराधना का नौ दिनी पर्व नवरात्र रविवार से शुरू हो रहा है। इसी के साथ कई भक्तों के व्रत भी शुरू हो जाएंगे। व्रत रखना सेहत के लिए बेहतर होता है, लेकिन व्रत के दौरान यदि खानपान और आहार-विहार का ध्यान रखा जाए तो यह और भी ज्यादा हितकर परिणाम देता है। जो लोग नवरात्र में नौ दिनों तक व्रत भी करेंगे और देवी को प्रसन्न करने के लिए गरबा भी करेंगे, वे अपने आहार का विशेष ध्यान रखें।
आहार व पोषण विशेषज्ञ के अनुसार, गरबे के दौरान पसीना बहुत आता है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शरीर में पानी की कमी न हो। इसके लिए पानी, नारियल पानी, नींबू पानी और छाछ पी सकते हैं। इससे शरीर में पानी की कमी भी नहीं होगी और सोडियम व पोटेशियम की मात्रा भी संतुलित रहेगी।
व्रत में तली-गली वस्तुओं के सेवन से बचें
गरबा करने के तुरंत बाद फ्रूट जूस नहीं पिएं। यदि पीना भी हो तो उसमें पानी मिलाकर पिएं इससे शरीर को हानि नहीं पहुंचेगी। व्रत में तली-गली वस्तुओं के सेवन से बचें, क्योंकि इससे तुरंत ऊर्जा तो मिल जाती है लेकिन इसका शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है।
मौसमी फल खाएं, बोतलबंद पेय पदार्थों से बचें
व्रत के दौरान मौसमी फलों का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें। कोशिश करें कि फल स्थानीय भी हों। इसके अलावा सूखे मेवे, दूध, दही, छाछ, पनीर और दूध से बने अन्य पदार्थ का सेवन भी करें। इससे प्रोटीन और कैल्शियम की पूर्ति होगी। कई बार तुरंत ऊर्जा पाने के लिए बोतलबंद पेय पदार्थों का भी सेवन किया जाता है, लेकिन यह सेहत के लिए हानिकारक होते है। बोतलबंद पेय के सेवन से बचें और पहले से निकालकर रखे गए जूस पीने से भी बचें।
फलों का जूस पीने के बजाय उन्हें खाएं
फलों का रस पीने से बेहतर होगा कि आप उन्हें खाएं, इससे शरीर में फायबर भी जाएगा। मूंगफली दाना, मोरधन, कुट्टू, राजगिरे का सेवन करना लाभकारी होगा। इन सबके अलावा नींद पर्याप्त लें, क्योंकि कम देर सोना या नींद सही तरह से पूरी नहीं होना शरीर को नुकसान पहुंचाता है।