सीधी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बोले – कांग्रेस सिर्फ झूठ बोली। भाजपा जो कहा पूरा किया। किसानों के खाते में साल में तीन बार पैसा भेजा है। मध्य प्रदेश के किसानों के खातों में दो लाख साठ हजार रुपये सीधे भेजी है। सीधी बीरबल की भूमि है। पहली बार वोट देने वालोंं के सामने गुत्थी रखता है। पहेली देता हूं, सुलझा दोगे, कई दशक तक कांग्रेस की सरकार थी। आज कुछ ही राज्यों में है। सोचिए इनका पतन क्यों हुआ। गरीब की जेब साफ काम और हाफ,जिस राज्य से एक बार कांग्रेस गई वहां की जनता ने दोबारा नहीं घुसने नहीं दिया। 80 प्रतिशत दवाएं सस्ती दी जा रही हैं। पक्के घर की गारंटी मोदी ने दी है। चार लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उज्जवला योजना की सुविधा दी है। योजना के साथ गरीबों का पैसा भी बचाया है।
इससे पूर्व मंच पर मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने शाल और भाजपा पट्टी पहना कर किया स्वागत। एकसभा से आठ विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को साधने का प्रयास किया। आठ विधानसभा सीट में चार आरक्षित सीट हैं। बाकी सीटों में भी आदिवासी निर्णायक मतदाता माने जाते हैं। इनका वोट थोक में एकतरफा होता है, जिसे भाजपा किसी भी कीमत में गंवाना नहीं चाहती है।
मंगलवार दोपहर सीधी पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभा में आदिवासियों के लिए चलाई जा रहीं योजनाएं बताकर फोकस किया। उनके साथ मुख्यमंत्री भी सभा में मौजूद रहे। प्रधानमंत्री सीधी के मैदान में करीब एक लाख मतदाताओं को संबोधित किया।
चार सीटों में बदले हैं प्रत्याशी
सीधी जिले के धौहनी, शहडोल की ब्योहारी और सिंगरौली जिले की देवसर, चितरंगी आरक्षित सीट हैं। इन सीटों के अलावा सीधी, चुरहट, सिंगरौली में आदिवासी मतदाता निर्णायक की भूमिका में रहते हैं। इस बार चुनाव में इनकी चुप्पी ने सभी को हैरत में डाल दिया है। इन आठ विधानसभा सीट में पर चार में प्रत्याशी भी बदले गए हैं।
जिसमें सिंगरौली जिले की तीनों विधानसभा और सीधी जिले की सीधी विधानसभा हैं। पेशाब कांड के बाद भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का टिकट कटने पर वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भाजपा प्रत्याशी सांसद रीती पाठक के सामने हैं। वहीं सिंगरौली के तीनों सीटों में टिकट कटने से भितरघात का डर सता रहा है। इन आठ विधानसभा सीटों में सात विधानसभा सीट में भाजपा का कब्जा रहा है।