Himachal Politics News: हिमाचल में संकट में आई कांग्रेस की सरकार

 

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार संकट में आ गई है। राज्यसभा चुनाव में 40 विधायकों वाली कांग्रेस से 25 विधायकों वाली भाजपा ने राज्यसभा की सीट छीन ली। कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया। उसके बाद से कांग्रेस की सरकार के अल्पमत में आने की चर्चाएं तेज हो गईं हैं।

भाजपा नेता और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार अपना बहुमत खो चुकी है। भाजपा बिना देर किए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर लाएगी। आपका बता दें कि 2014 के बाद देश में कई ऐसे मौके आए हैं, जहां जनता की चुनी हुई सरकार को कुछ विधायकों ने मिलकर गिरा दिया। हम आपको ऐसी ही सरकारों के बारे में बताते हैं।

बिहार में गिरी सरकार

बिहार में नीतीश कुमार ने कई बार सत्ता में रहते हुए कभी एनडीए, तो कभी महागठबंधन के साथ गठजोड़ किया है। साल 2015 मोदी विरोध के नाम पर नीतीश कुमार ने पहली बार अपने घोरविरोधी लालू यादव की पार्टी राजद व कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बनाई थी। करीब दो साल के बाद नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर महागठबंधन से नाता तोड़ लिया। वह वापस एनडीए के साथ आ गए। उन्होंने 2020 का विधानसभा चुनाव एनडीए के साथ लड़ा, लेकिन 2022 में फिर एक बार राजद के साथ सरकार बना ली। अब दो साल बाद साल 2024 में वह राजद के साथ गठबंधन तोड़कर, फिर एनडीए में चले गए हैं।

महाराष्ट्र में गई उद्धव ठाकरे की कुर्सी

महाराष्ट्र में भी राज्यसभा चुनाव के बाद ही उद्धव ठाकरे की सरकार चली गई थी। साल 2022 में महाराष्ट्र की 6 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा था। भाजपा ने तीन सीटें जीतकर महाविकास आघाड़ी में शामिल शिवसेन, एनसीपी व कांग्रेस को झटका दे दिया था। इस चुनाव के बाद शिवसेना में बगावत सामने आई और एकनाथ शिंदे अपने गुट के विधायकों के साथ भाजपा के साथ जा मिले। उद्धव को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। ऐसे महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी की सरकार का अंत हुआ। शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई।

एमपी की कमलनाथ सरकार

साल 2020 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे। उनके जाने से कमलनाथ की सरकार ने बहुमत खो दिया था, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था। शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।

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