मिश्रा की कुशल रणनीति से मंडला संसदीय सीट पर भाजपा को मिली बड़ी जीत

मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट मंडला में भाजपा को मिली बड़ी जीत के बाद से ही यह चर्चा होने लगी है कि आखिर किन वजहों से कांग्रेस चुनाव जीत नहीं पाई पूरे देश में चर्चा का विषय बनी इस संसदीय सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता फग्गन सिंह कुलस्ते भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में मैदान में थे। वहीं पर कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ओंकार सिंह मरकाम चुनाव लड़ रहे थे। तमाम मीडिया रिपोर्ट में यह बताया जा रहा था कि फग्गन सिंह कुलस्ते की हार पक्की है साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता भी इस सीट को लेकर सशंकित के नजर आ रहे थे। यह पहला अवसर है जब भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा की 8 विधानसभा क्षेत्र में से पांच विधानसभा सीटों में जीत हासिल की है इस जीत के कई हकदार हैं इनमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष और वर्तमान में मंडला संसदीय क्षेत्र के लोकसभा प्रभारी प्रफुल्ल मिश्रा का नाम लिया जा रहा है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीतिक सफर शुरू करने वाले प्रफुल्ल मिश्रा स्वदेशी जागरण मंच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संघ के विविध संगठन के साथ ही ही सरस्वती शिशु मंदिर के संचालक मंडल के सदस्य भी रहे हैं। नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव से शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रफुल्ल मिश्रा का इस क्षेत्र में काफी गहरी पकड़ है इस क्षेत्र की जनता से वे निरंतर सम्पर्क में बने थे,प्रफुल्ल अखिल भारतीय विद्यार्थी विद्यार्थी परिषद में कार्य के दौरान वर्तमान भाजपा अध्यक्ष वी. डी.शर्मा और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव से अच्छा संपर्क रहा है प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव में नगर पंचायत निवास की जवाबदारी सौंपी थी जिसमें उन्होंने पार्टी को जीत दिलवाई थी। इसी वजह से इन्हें पार्टी ने लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाया था। प्रफुल मिश्रा लम्बे समय तक मंडला जनपद के उपाध्यक्ष भी रहे है राजनैतिक अनुभवों के चलते उन्होंने संसदीय क्षेत्र में हुई बड़े नेताओं की चुनावी सभा जैसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित कई राष्ट्रीय नेताओं और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सभा का सफलता पूर्वक आयोजन करवाया है।

गोटेगांव, केवलारी ,मंडला डिंडोरी ,बिछिया, निवास इन विधानसभा क्षेत्र में इन्होंने सतत संपर्क अभियान चलाकर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया, इतना ही नहीं क्षेत्र के हिसाब से बड़े नेताओं की भूमिका भी तय करी संसदीय क्षेत्र में होने वाले बड़े आयोजनों में भी इन्होंने बारीकी से अध्ययन करते हुए किस नेता की कहां आवश्यकता है उस हिसाब से कार्यक्रम तय कराया उसका ही परिणाम है कि भारतीय जनता पार्टी ने इस कड़े मुकाबले को 104000 से अधिक वोटो से जीत में तब्दील किया। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही रहा विगत चुनावों में गोगपा की सशक्त भूमिका रही है और और वो हमेशा 1.25 लाख से अधिक वोट लेने में सफल रहती थी जिसका नुकसान सदेव कांग्रेस को रहा है लेकिन इस चुनाव में वह केवल 30 हजार वोट लेने में सफल रही और कांग्रेस को इस बात का बड़ा लाभ मिला,ऐसी स्थिति में भी भाजपा को विजय मिलना पार्टी के लिए बड़ी उपलब्धि है।

यह लोकसभा सीट चर्चा में इसलिए भी आ गई थी कि विधानसभा चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते विधानसभा चुनाव में अपने निकटतम प्रत्याशी चेन सिंह से 12000 से अधिक मतों से चुनाव की हार गए थे ,विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद लोकसभा चुनाव टिकट पुनः कुलस्ते को मिलने की वजह से कार्यकर्ताओं का मनोबल काफी कमजोर था और पूर्ण समर्पण के साथ वे मैदान पर नहीं उतर पाए थे। उन्हें मोटिवेट करके प्रफुल्ल मिश्रा ने स्थानीय एवं प्रदेश संगठन को विश्वास में लेकर जीत की योजना तैयार की| मिश्रा 19 अप्रैल को हुए मतदान के बाद से ही यह बताने लगे थे कि इस सीट में भाजपा के प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते की जीत 75 हजार से 1 लाख 25 हजार वोटो के बीच ही होगी। यह उन्होंने मीडिया के साथियों और अपने वरिष्ठ नेताओं को भी बताया था। प्रफुल्ल मिश्रा इस जीत का श्रेय स्वयं नहीं लेना चाहते उनका कहना है कि यह एक सामूहिक प्रयास का ही परिणाम है कि हम इस विषम परिस्थितियों में भी चुनाव जीत गए उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं प्रदेश, के लोकप्रिय मुख्यमंत्री मोहन यादव,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा को जीत का श्रेय दिया है। उन्होंने कहा है कि इस जीत में पूरा संगठन जी जान से लगा और हमने जीत हासिल किया है प्रफुल्ल मिश्रा ने बताया कि इस चुनाव में विपक्ष ने काफी दुष्प्रचार किया इतना ही नहीं सोशल मीडिया में भी भ्रामक खबरें प्रसारित की लेकिन उनके तमाम तरह के प्रयास असफल रहे और हमारी रणनीति सफल हुई है।

नोट – लेखक राजनैतिक विश्लेषक है।

 

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