भोपाल, जिले की ग्रामीण, नई विकसित शहरी क्षेत्र और अर्द्ध विकसित क्षेत्र वाली हुजूर विधानसभा राजधानी में प्रवेश करने वाले लगभग सभी रास्तों पर आती है। राजनीतिक गलियों में हुजूर विधानसभा को भाजपा के लिए सुरक्षित सीट माना जाता है। कांग्रेस अब तक पूरी विधानसभा में सक्रिय और जनता के बीच मे चर्चित चेहरा तैयार नही कर सकी है। पूर्व में हुए सभी विधानसभा चुनाव में दिल्ली से जुड़े नेताओं की सिफारिश से टिकट देती आई है। वही भाजपा ने दिनरात सक्रिय रहने वाले और विधानसभा ही नही प्रदेश में चर्चित रहने वालों को विधानसभा की जिम्मेदारी देती रही है।
75 वां आजादी महोत्सव, गणेशोत्सव और अब नवरात्रि में हुजूर विधानसभा से आ रहीं खबरें बता रही है की कांग्रेस से नरेश ज्ञानचंदानी लगातार ग्रामीण और शहरी बसाहट वाले क्षेत्रों में लगातार सामाजिक, धार्मिक आयोजनों में पहुंच रहे है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच दावा कर रहे है कांग्रेस सीट जीतेगी। वही भाजपा से वर्तमान विधायक रामेश्वर शर्मा संगठन को मजबूत करते हुए, विकास कार्यो की शुरुआत और चल रहे विकास कार्यो की लगातार समीक्षा, निगरानी करते हुए। सामाजिक और धार्मिक कार्यो में पहुंच रहे है।
भाजपा ने जहां मंडल व्यवस्था से संगठन पर कसावट बनाई हुई है लगातार संगठन कार्यकर्ताओं को शासन, संगठन और आरएसएस के कार्यक्रमों में जनता जुटाने, उनसे बातचीत कर उन्हें जनहितैषी, समाज हितैषी जानकारियों को जन जन पहुँचने की जिम्मेदारी देकर सक्रिय और उत्साहित करें हुए है। वही कांग्रेस का विधानसभा स्तर सहित जिला स्तर पर संगठन बिखरा पड़ा है ग्रामीण और शहर बंटवारे में उलझे पड़े है कार्यकर्ता। अधिकतम कार्यकर्ता पदों के लोभ से कांग्रेस से जुड़े है। कांग्रेस में कार्यकर्ताओं का अभाव एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है । कई कार्यकर्ता एक से अधिक पदों पर है। जिस कारण सक्रियता प्रभावित हुई है।