शनिवार को भी शहर में झमाझम वर्षा होने की संभावना है
भोपाल। जुलाई-अगस्त माह में भले ही मानसून ने भले ही निराश किया, लेकिन सितंबर माह में हो रही झमाझम वर्षा ने शहर वासियों के गिले शिकवे दूर कर दिए हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को सुबह से ही बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो रातभर भी जारी रहा। सुबह साढ़े आठ बजे से रात साढ़े आठ बजे तक शहर में 58 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी थी। जो 11 वर्ष में दूसरी बार सितंबर माह में और इस सीजन में पहली बार एक दिन में हुई सर्वाधिक वर्षा रिकार्ड हुई। घने बादल छाए रहने के कारण सुबह साढ़े आठ बजे से नौ बजे तक एयरपोर्ट में दृश्यता 800 मीटर रह गई थी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को भी शहर में झमाझम वर्षा होने की संभावना है।
फिलहाल जारी रहेगा बारिश का सिलसिला
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक इस सीजन में एक जून से लेकर शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक राजधानी में 653.1 मिमी. वर्षा हुई है। जो सामान्य वर्षा (905.7 मिमी.) की तुलना में 28 प्रतिशत कम है। दरअसल इस बार जुलाई और अगस्त माह में मानसून शिथिल रहने के कारण औसत से काफी कम वर्षा हुई। हालांकि पांच सितंबर के बाद मानसून के सक्रिय होने से अच्छी वर्षा होने का सिलसिला जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि शहर में शनिवार-रविवार को भी तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। उधर 18 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक और चक्रवात बनने जा रहा है। इस वजह से वर्षा का दौर अभी बना रहने की भी संभावना है।
शहर में कई जगह हुआ जलभराव
शुक्रवार को भारी बारिश के चलते भोपाल शहर में कई जगहों पर जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। सुबह से ही जारी वर्षा के कारण गड्ढों में पानी भर गया था, जिसके कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। बारिश के साथ तेज हवाओं के कारण कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की घटनाएं भी हुईं।
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