ओशो का वक्तृत्व, भाषा पर असाधारण प्रभुत्व

0
कुछ 2000-2001 की बात होगी। ट्रेन से भोपाल से शहडोल जा रहा था। जबलपुर स्टेशन पर गाड़ी रुकी तो बाहर प्लेटफॉर्म पर हाथ गाड़ी...
  • Facebook
  • Twitter
  • YouTube