भोपाल। झारखंड के आसपास बना अवदाब का क्षेत्र वर्तमान में उत्तरी छत्तीसगढ़ पर आ गया है। इसके प्रभाव से जबलपुर, रीवा, शहडोल संभाग में भारी वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जबलपुर में 111.6, मलाजखंड में 99.2, रीवा में 95.2, मंडला में 85.8, उमरिया में 81.4, दमोह में 76, सतना 75, सीधी में 48.2, सागर में 45.3, नरसिंहपुर में 42, टीकमगढ़ में 38, नर्मदापुरम में 24.4, बैतूल में 23.2, पचमढ़ी में 22.6, सिवनी में 13.4, रतलाम में 12, नौगांव में 12, खजुराहो में 11, भोपाल में 9.6, छिंदवाड़ा में 8.8, दतिया में 7.2, उज्जैन में 5.4, रायसेन में 4.4, ग्वालियर में 2.5, खंडवा में दो, इंदौर में 1.9, धार में 1.9, गुना में 1.8 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी वर्षा होने के आसार हैं। शेष क्षेत्रों में मध्य वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अशफाक हुसैन ने बताया कि झारखंड के आसपास बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में आगे बढ़कर उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास अवदाब के रूप में बना हुआ है। यह पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। इस शक्तिशाली मौसम प्रणाली के प्रभाव से पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में भारी वर्षा हो रही है। इसके अलावा भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, इंदौर संभाग में भी मध्यम स्तर की वर्षा हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि गुरुवार को जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल संभाग के जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। भोपाल संभाग के रायसेन, सीहोर, विदिशा जिले में भी भारी वर्षा हो सकती है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रह सकता है। उधर राजधानी में भी बुधवार रात से ही रुक-रुककर हल्की बौछारें पड़ने का दौर जारी है। इस वजह से गुरुवार को अधिकतम तापमान में बुधवार की तुलना में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है।