उज्जैन। नागपंचमी पर ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शिखर पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि 12 बजे खोले गए। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज के सानिध्य में शासकीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की ओर से भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजाअर्चना की गई। जिला शिक्षा अधिकारी ने नगर निगम सीमा में संचालित समस्त शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए नागपंचमी (21 अगस्त) की छुट्टी घोषित की है।
सोमवार रात 12 बजे तक चलेगा दर्शन का सिलसिला
पट खुलने और पूजा के बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया जो आज रात 12 बजे तक चलेगा। भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए भक्तों में अपार उत्साह नजर आ रहा है। रात से ही हजारों भक्त दर्शन की कतार में लग गए थे । प्रशासन का दावा है कि बेहतर इंतजाम व निरंतर चलायमान व्यवस्था से भक्तों को कतार में लगने के बाद एक घंटे में नागचंद्रेश्वर के दर्शन कराए जा रहे हैं।
भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी
नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर की त्रिकाल पूजा होगी। पट खुलने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से गादीपति महंत विनीतगिरी महाराज ने प्रथम पूजा की। दोपहर 12 बजे अधिकारियों ने शासकीय की। शाम को भगवान महाकाल की संध्या आरती के बाद मंदिर समिति की ओर से महाकाल मंदिर के पुजारी भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन करेंगे।
प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया रविवार मध्य रात्रि से शुरू हुआ दर्शन का सिलसिला सोमवार रात 12 बजे तक चलेगा। दर्शनार्थी सोमवार रात 10 बजे तक दर्शन की कतार में लग सकेंगे। इसके बाद प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।