वैश्विक रुख का बाजार पर रहेगा असर

Global trend will affect the market

 

मुंबई, 24 सितंबर| विश्व बाजार के कमजोर रुझान के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई बिकवाली से बीते सप्ताह ढाई प्रतिशत से अधिक की गिरावट देख चुके घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह वैश्विक रुख के साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का निवेश प्रवाह, डॉलर सूचकांक और कच्चे तेल की कीमतों का असर रहेगा। बीते सप्ताह बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1829.48 अंक अर्थात् 2.7 प्रतिशत का गोता लगकार सप्ताहांत पर 66009.15 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 518.1 अंक यानी 2.6 प्रतिशत की गिरावट लेकर 19674.25 अंक रह गया।

इसी तरह समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों पर भी बिकवाली का भारी दबाव रहा। इससे बीएसई का मिडकैप 556.61 अंक टूटकर सप्ताहांत पर 31948.76 अंक और स्मॉलकैप 771.08 अंक लढ़ककर 37057.48 अंक पर आ गया। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की मौद्रिक नीति पर बीते सप्ताह हुई बैठक में ऊंची ब्याज दरों का लंबे समय तक कायम रहने का संकेत दिया गया है। इससे निराश निवेशकों ने बीते सप्ताह बिकवाली की है और इसका असर अगले सप्ताह भी बाजार पर देखा जा सकेगा। इसके अलावा दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति और विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों की अगले सप्ताह शेयर बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। साथ ही एफआईआई के निवेश रुख का भी बाजार पर असर रहेगा। एफआईआई ने सितंबर में अबतक 18,261.39 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। वहीं आलोच्य अवधि में घरेलू संस्थागत निवेशक 12,169.37 करोड़ रुपये के लिवाल रहे हैं, जिससे बाजार को बल मिला है। बीते सप्ताह मंगलवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर अवकाश के कारण बाजार में चार दिन की कारोबार हुआ। बाजार में चारो दिन गिरावट का रुख रहा। अमेरिका, ब्रिटेन, नॉर्वे, स्वीडन, स्विटजरलैंड और जापान में केंद्रीय बैंक की बैठकों से भरे इस सप्ताह से पहले विकास संबंधी चिंताओं को लेकर विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, आईटी, रियल्टी और टेक समेत बारह समूहों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 241.79 अंक की गिरावट लेकर 67596.84 अंक और निफ्टी 59.05 अंक टूटकर 20133.30 अंक पर आ गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को लेकर चल रही बैठक का निर्णय आने से पहले विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर एचडीएफसी बैंक समेत 23 कंपनियों में चार प्रतिशत तक की गिरावट से बुधवार को सेंसेक्स 796 अंक का गोता लगाकर 66800.84 अंक और निफ्टी 231.90 अंक लुढ़ककर 19901.40 अंक पर रहा।

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के लंबे समय तक ब्याज की दर ऊंची बने रहने के संकेत से विश्व बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर चौतरफा बिकवाली करने से गुरुवार को सेंसेक्स 570.60 अंक का गोता लगाकर 66230.24 अंक और निफ्टी 159.05 अंक की गिरावट लेकर 19742.35 अंक पर आ गया। इसी तरह वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर हेल्थकेयर, कमोडिटीज, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी समेत चौदह समूहों में हुई बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 221.09 अंक लुढ़ककर 66009.15 अंक और निफ्टी 68.10 अंक उतरकर 19674.25 अंक रह गया।

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