सीहोर। भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी करने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल अरोरा ने भाजपा का नाता तोड़ते हुए अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होने मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ली। इस दौरान जिला अध्यक्ष डा बलवीर तोमर एवं पूर्व विधायक रमेश सक्सेना भी मौजूद थे। चुनाव के दौरान भाजपा के कददावर नेता का यूं पाला बदल लेना, भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार जसपाल सिंह अरोरा जिला पंचायत एवं नगर पालिका सीहोर के अध्यक्ष रहे हैं।
भाजपा प्रदेश कार्य समिति के भी मेंबर रहे हैं। अरोरा ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई। इस अवसर पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, जिला कांग्रेस अध्यक्ष बलवीर तोमर भी उपस्थित रहे। मालूम हो कि जसपाल सिंह अरोरा की पत्नी अमिता अरोरा भी सीहोर नगर पालिका की अध्यक्ष रही है। बताया गया है कि सीएम के गृह जिले सीहोर में जहां चार विधानसभा क्षेत्र हैं।
उनमें बुधनी को छोड़कर बाकी तीन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को अंतर कलह का सामना करना पड़ रहा है। आष्टा में जहां अनेक भाजपा नेताओं के साथ भाजपा नेता कैलाश बगाना भाजपा के उम्मीदवार का खुला विरोध कर रहे हैं। वहीं इछावर विधानसभा क्षेत्र में भी टिकट के दावेदार रहे कुछ नेता लगातार पार्टी उम्मीदवार का विरोध करने की रणनीति बनाने के लिए बैठक कर रहे हैं। इधर सीहोर विधानसभा क्षेत्र में भी जसपाल सिंह अरोरा के कांग्रेस ज्वाइन करने से भाजपा को राजनीतिक झटका लगा है।
नहीं मिल रहा था सम्मान
जसपाल अरोरा ने बताया कि लंबे समय से भाजपा पार्टी की सेवा कर रहा हूं, नगर पालिका चुनाव में भाजपा को जीत दिलाई, भाजपा के जनाधार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। मुझ जैसे निष्ठावान वरिष्ठ नेता की अनदेखी कर बाद में पार्टी में शामिल होने वालों को तरजीह दी गई। अब पार्टी में अनुशासन नहीं रहा है, पार्टी में कर्मठ कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जाता है। पूंजीपतियों को प्राथमिकता दी जा रही है।