आजकल डिजिटल डिवाइस (मोबाइल, लैपटाप आदि) का उपयोग सभी आयु वर्ग के लोग अधिक करने लगे हैं। इसके कारण आंखों से संबंधित समस्या भी बढ़ने लगी है। इनका अधिक उपयोग करने से कम उम्र में ही अब बच्चों को भी चश्मे लगने लगे हैं।
नेत्र रोग विशेषज्ञ का कहना है कि बच्चों के मामलों में स्वजन को ध्यान रखने की आवश्यकता है कि उनसे मोबाइल दूर कर मैदान में खेलने के लिए भेजें। इससे उनकी सेहत भी अच्छी रहेगी। जिन लोगों को डिजिटल डिवाइस का उपयोग करने का अधिक काम पड़ता है उन्हें 20-20-20 फार्मूला अपनाना चाहिए। यानी हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखना चाहिए। इससे आंखें सेहतमंद रहती हैं।
बीच-बीच में पलक झपकाते रहें
वहीं जो लोग डिजिटल डिवाइस का अधिक उपयोग करते हैं, उन्हें पलक झपकाने की आदत भी डालनी चाहिए। इससे आंखों में नमी बनी रहती है। ड्रायनेस और आई स्ट्रैन से बचाव के लिए लैपटाप और आंखों के बीच एक हाथ की दूरी रखें। एसी या कूलर के सामने न बैठें। लैपटाप की स्क्रीन आंखों से तीन-चार इंच नीचे रखें, दो घंटे से अधिक उपयोग पर 15 मिनट आराम करें।
लैपटाप और मोबाइल का ज्यादा उपयोग न करें
मोबाइल और लैपटाप के उपयोग से सबसे अधिक ड्रायनेस और आई स्ट्रैन की समस्या होती है। इनके लक्षण आंखें लाल होना, पानी आना, खुजली होना, जलन होना, आंखों और सिर में दर्द होना आदि है। डिवाइस का इस्तेमाल करते समय ब्लू लाइट फिल्टर ग्लास का उपयोग करना चाहिए। यह भी आंखों के लिए फायदेमंद होता है।