मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अब महज 3 दिन शेष बचे हैं. 3 दिसंबर को परिणाम आने के साथ यह तय हो जाएगा कि प्रदेश की सत्ता पर कौन काबिज होगा. बहरहाल परिणाम से तीन दिन पहले प्रदेश के प्रशासनिक सिस्टम में बड़ा फेरबदल हुआ है. गुरुवार 30 नवंबर को प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सेवानिवृत्त हो गए हैं, जबकि नए मुख्य सचिव के रूप में वीरा राणा को नियुक्त किया गया है, उन्होंने ने चार्ज भी संभाल लिया है.
प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के रिटायरमेंट के मौके पर आयोजित विदाई समारोह के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इकबाल सिंह की खासियत बताते हुए कहा कि अपने लिए जिये तो क्या जिये, देश-समाज के लिए जीना ही जीना है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि यही इकबाल सिंह बैंस ने कर दिखाया है. वहीं पूर्व सीएस बैंस ने कहा कि यह एक पड़ाव है, कोई अंत नहीं. काम करते रहेंगे, सक्रियता बनी रहेगी. बता दें दो बार इकबाल सिंह बैंस को मिले 6-6 महीने के एक्सटेंशन के बाद गुरुवार (30 दिसंबर) को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया.
इस सरकार की आखिरी कैबिनेट
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद प्रदेश सरकार नए टर्म की शुरुआत हुई थी, लेकिन साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई थी. सिंधिया गुट ने बीजेपी का सपोर्ट किया और मध्य प्रदेश में दोबारा शिवराज सिंह की अगुवाई में बीजेपी की सरकार बनी. कार्यकाल खत्म होने से पहले मध्य प्रदेश सरकार की ये आखिरी कैबिनेट की बैठक थी. वल्लभ भवन में बुलाई गई बैठक में सभी मंत्रियों के साथ सीनियर अधिकारियों को भी बुलाया गया था. कैबिनेट का कोई एजेंडा नहीं था. हालांकि कांग्रेस ने इस बैठक को लेकर आपत्ति जताई थी.
वीरा राणा के हाथों मुख्य सचिव का चार्ज
आज यानी बुधवार (30 नवंबर) से मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की कमान माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष वीरा राणा के हाथों में आ गई है. उनकी नियुक्ति का आदेश बुधवार रात 8.30 बजे जारी हुआ था. साल 1988 बैच की आईएएस ऑफिसर वीरा राणा मार्च 2024 में रिटायर होने वाली हैं. खास बात है कि वीरा राणा प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव हैं. इससे पहले मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव के रुप में निर्मला बुच को नियुक्त किया गया था, मध्य प्रदेश सरकार में उनका कार्यकाल सिंतबर 1991 से जनवरी 1993 तक था.