MP News: गुना। ‘तुम अस्पताल में बुलेट की बात कर रहे हो। यह जगह है बुलेट के लिए पैसे मांगने की।’ कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस का यह डांट भरा अंदाज गतरात्रि जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में मरीज के अटेंडर से चर्चा के दौरान देखने को मिला। हालांकि, कुछ ही देर बाद उन्हें समझ आया कि अटेंडर बुलेट नहीं ब्लड मांग रहा है, तो उन्होंने सिविल सर्जन को ब्लड का इंतजाम कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे जिला अस्पताल
दरअसल, कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस गत देर रात्रि जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इसका उद्देश्य मैटरनिटी केयर में सुधार लाना है, ताकि जो कमियां सामने आएं उन्हें दूर किया जा सके। इसके लिए उन्होंने कुछ माताओं, केयरटेकर और अटेंडर से बात की। यहां डिलीवरी में कितना औसतन समय लग रहा है। कितने प्रतिशत सीजेरियन किया जा रहा है। डिलेवरी सही से हो रही है या नहीं। मरीजों को खाना मिल रहा है या नहीं, कोई शिकायत तो नहीं है।
मेटरनिटी वार्ड में भर्ती मरीजों और अटेंडर्स से चर्चा कर सुविधाओं का लिया जायजा
ब्लड का इंतजाम कराने के निर्देश
मरीजों के अटेंडरों से चर्चा के दौरान एक अटेंडर ने कलेक्टर से ब्लड की जरूरत बताते हुए इंतजाम कराने की बात कही। लेकिन कलेक्टर को बुलेट सुनाई दिया, तो उन्होंने अटेंडर को डांटते हुए कहा कि तुम अस्पताल में बुलेट की बात कर रहे हो। यह जगह है बुलेट के लिए पैसा मांगने की। लेकिन तुरंत ही उन्हें अहसास हुआ कि अटेंडर बुलेट नहीं, ब्लड मांग रहा है। इस पर कलेक्टर ने तत्काल सिविल सर्जन डा. एसओ भोला को रक्त के इंतजाम कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर जिपं सीईओ प्रथम कौशिक, सीएमएचओ डा. राजकुमार ऋषिश्वर आदि भी उपस्थित रहे।