ब्लैक पेपर: विपक्षी पार्टी अपने ‘काले कारनामों’ को छिपाने के लिए इसे लाई है, बीजेपी का पलटवार

Opposition party has brought

दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ जारी करने को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर पलटवार करते हुए दावा किया कि विपक्षी पार्टी अपने ‘काले कारनामों’ को छिपाने के लिए इसे लाई है और उसे दर्द हो रहा है क्योंकि भ्रष्टाचार के मामलों में हो रही कार्रवाई को वह बंद करवाना चाहती है।

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा केंद्र सरकार की कथित विफलताओं को उजागर करने के लिए ‘ब्लैक पेपर’ जारी करने के बाद यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘लेकिन ऐसा नहीं होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं होगा। जनता के पैसे लूटने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। हम आपके काले कारनामों का पर्दाफाश करेंगे।”

भ्रष्टाचार में लिप्त लोग ‘ब्लैक पेपर’ ला रहे

प्रसाद ने व्यंग्यपूर्ण अंदाज में कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और लाखों करोड़ रुपये के घोटालों में शामिल हैं, वे ‘ब्लैक पेपर’ ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘घोटालों की कहानी’ खत्म हो गई है और देश मोदी के नेतृत्व में प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सरकारी योजनाओं के 10 करोड़ से अधिक फर्जी लाभार्थियों के खातों को बंद कर दिया है।

कांग्रेस सरकार पर लगाए आरोप 

प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार जब सत्ता में थी तब भारत को कमजोर अर्थव्यवस्था के तौर पर देखा जाता था और उसकी पहचान नीतिगत पंगुता वाली थी जबकि अब यह पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था है और इसका विदेशी मुद्रा भंडार और विदेशी निवेश बढ़ रहा है। उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि और बेरोजगारी के कांग्रेस के दावे को खारिज कर दिया और आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बहुत सारे रोजगार पैदा किए हैं और संप्रग की तुलना में मुद्रास्फीति से बेहतर तरीके से मुकाबला किया है।

हम कांग्रेस को बेनकाब करेंगे

उन्होंने कहा, ‘‘हम कांग्रेस को बेनकाब करेंगे। जनता उसे कोई भाव नहीं देगी।” कांग्रेस का ‘ब्लैक पेपर’ बेरोजगारी, महंगाई, किसानों के संकट, जातिगत जनगणना कराने में विफलता और महिलाओं के साथ अन्याय जैसे मुद्दों को उजागर करता है। खरगे ने इसे जारी करते वक्त मोदी पर निशाना साधा और कहा कि जब उनसे महंगाई के बारे में पूछा गया तो वह जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की बात करते हैं लेकिन ‘वे अब शासन में हैं और उन्हें जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या किया है’।

Previous articleक्या होता है श्वेत पत्र, कौन करता है जारी, बजट सत्र में इसे लाने से क्या होगा!
Next articleViral Video: कृष्ण ने 5 गांव मांगे, हमने 3…’, अयोध्या, मथुरा, काशी पर विधानसभा में बोले CM योगी आदित्यनाथ