Ambikapur News: हमारी लड़ाई सामाजिक और आर्थिक अन्याय के खिलाफ : राहुल

Our fight against

 

Rahul Ghandhi: अंबिकापुर। नगर के कलाकेंद्र मैदान में सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती है। भाजपा के कार्यकर्ता सबको घूर कर देखते हैं। मोदी और शाह की कोई फ़ोटो गूगल में मुस्कुराती मिले तो मुझे भेजना।

मैने मणिपुर से यात्रा इसलिए शुरू की है क्योंकि भाजपा ने मणिपुर को जला दिया है। यहां दो अन्याय हो रहा है आर्थिक और सामाजिक अन्याय। हर सामान के पीछे मेड इन चाइना होता है। भारत के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।छोटे व्यवसायी को मोदी जी ने साफ कर दिया। आज किसान दिल्ली की ओर जा रहे हैं उनको रोका जा रहा है ।आंसू गैस छोड़े जा रहे हैं।

स्वामीनाथन को भारत रत्न दिया पर उनकी चीजो को मान नहीं रहे। राहुल ने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे। हिंदुस्तान में दो लोंगो में एक पिछड़ा वर्ग है। आधी आबादी पिछड़ा वर्ग है। दलित 15 प्रतिशत हैं। 75 प्रतिशत पिछड़े,दलित,आदिवासी हैं। कारपोरेट में कहीं भी इनकी भागीदारी नहीं है। मनरेगा और संविदा भर्ती में भाजपा के लोग भरे हुए हैं। भारत मे एक प्रतिशत लोगों के पास पूरा का पूरा सिस्टम है। सामाजिक न्याय के लिए यह यात्रा शुरू है।

देश का सामाजिक और आर्थिक एक्सरे करना चाहते हैं हम। सामाजिक और आर्थिक जनगणना के माध्यम से। इससे पता चल जाएगा किसको क्या मिला। सबकुछ साफ हो जाएगा। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा आप कहते हैं देश में दो ही जात है तो आप कैसे ओबीसी हो गए।

आज मैं आपसे कहना चाहता था सामाजिक और आर्थिक अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई है इसलिए हमने यह यात्रा की आप सब आए आपने अपनी अपनी शक्ति अपनी ऊर्जा इस यात्रा में डाली अपने छत्तीसगढ़ में मोहब्बत की दुकान खोली इसके लिए आप सबको दिल से धन्यवाद करता हूं और जो हमारे कार्यकर्ता है जो हमारे बब्बर शेर छत्तीसगढ़ में घूम रहे हैं मैं आप सब का दिल से धन्यवाद करता हूं कि आप हमारी विचारधारा के लिए लड़ते हैं और जो आज मैंने आपको कहा वह आप छत्तीसगढ़ की जनता को बताइए।

Previous articleStock Market Closing: बैंकिंग स्टॉक्स में खरीदारी से शेयर बाजार में लौटी रौनक, 480 अंकों के उछाल के साथ बंद हुआ सेंसेक्स
Next articleMP News: सीएम राईज स्कूल में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लगातार प्रयास हो