मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हिंदी दिवस पर देश और प्रदेश के हिंदी साहित्यकारों को सम्मानस्वरूप नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास कार्यालय स्थित सभागार में भारतेंदु हरिश्चंद्र, प्रेमचंद, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, रामधारी सिंह दिनकर, मैथिलीशरण गुप्त, महादेवी वर्मा, फणीश्वर नाथ रेणु, रामकुमार वर्मा, सुभद्रा कुमारी चौहान, भवानी प्रसाद मिश्र, बालकृष्ण शर्मा नवीन, माखनलाल चतुर्वेदी, गजानन माधव मुक्तिबोध, आचार्य नंददुलारे वाजपेई और माधव राव सप्रे के चित्र पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने हिंदी भाषा को समृद्ध करने और उसके विस्तार में इन साहित्य सेवियों के योगदान का स्मरण भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अनेकता में एकता को स्थापित करने की सूत्रधार “हिंदी भाषा” भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। हिंदी हृदय के भावों को अभिव्यक्ति देकर विचारों के पुष्प को महकाने और ह्रदय को जोड़ने वाली अद्वितीय भाषा है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए हिंदी के विकास और प्रचार-प्रसार में अपना श्रेष्ठतम योगदान देने का आहवान किया।