MP News: भोपाल । मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को प्रदेश कार्यालय में पार्टी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। दुश्मन बहुत चतुर और चालाक है, वह झूठ और फरेब की राजनीति कर माहौल बिगाड़ने का काम कर रहा है, उससे सजग रहकर बूथ पर सबक सिखाना है। कांग्रेस ने हमेशा तुष्टीकरण, आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। कांग्रेस के शासनकाल में आए दिन आतंकी हमले होते थे, भ्रष्टाचार होता था। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकसित व समृद्वशाली भारत बनने की ओर अग्रसर है।
गुलामी के प्रतीक कांग्रेस को बूथ पर समाप्त करना है। हर बूथ पर 370 नए मतदाता जोड़कर डा. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि देंगे। शर्मा ने दावा करते हुए कहा कि भाजपा के स्थापना दिवस पर प्रदेश के 64,523 बूथों पर एक लाख से अधिक नए सदस्यों को पार्टी से जोड़ा गया है। हमें प्रदेश में हर बूथ पर 370 नए मतदाता जोड़ना है और 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाकर नया इतिहास रचना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुलामी के प्रतीकों को देश से हटा दिया है। देश में गुलामी की एक ही प्रतीक कांग्रेस बची है, जिसे चुनाव में हर बूथ पर समाप्त करना है। शर्मा ने कहा कि आज देश में गुलामी की एक ही प्रतीक कांग्रेस बची है, उसे लोकसभा चुनाव में बूथ-बूथ पर समाप्त कर 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाकर कांग्रेस को समाप्त करना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, लोकसभा चुनाव के प्रदेश प्रभारी डा. महेंद्र सिंह, राज्यसभा सदस्य उमेशनाथ महाराज एवं पूर्व मंत्री व न्यू ज्वाइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक नरोत्तम मिश्रा ने पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी के 45 वें स्थापना दिवस पर प्रदेश कार्यालय में झंडा फहराया एवं महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी आज 45वां स्थापना दिवस मना रही है लेकिन जब हम देश के लाखों साल पुराने इतिहास को देखें तो यह बहुत छोटा दिखाई देता है। आजादी के बाद कांग्रेस ने देश में कुछ नहीं किया और देश को दुरावस्था की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया। 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी तो देश में गरीब कल्याण के कार्य किए गए।
इसी का परिणाम है कि आज भारत विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी की विकास की आंधी के आगे इंडी गठबंधन मैदान छोड़ गई है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में उल्लेख किया है कि नई शिक्षा नीति में संशोधन करेंगे। यह वही कांग्रेस है जिसने पाठ्यक्रमों से भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण के इतिहास को हटाकर हमारी सनातन संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया था। जिसने भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकरा दिया, उससे क्या उम्मीद की जा सकती है।
कांग्रेस कह रही है कि अग्नि वीर योजना बंद करेंगे। यह उन नौजवान युवाओं का अपमान है, जो सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं। कांग्रेस ने हमेशा तुष्टीकरण, आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। कांग्रेसी बहुत चालक और झूठे हैं, सजग रहकर इन्हें सबक सिखाना है। अबकी बार हम 29 की 29 सीटें जीतकर 400 के संकल्प को पूरा करेंगे।
कांग्रेस के पूर्व विधायक, पूर्व डिप्टी कलेक्टर सहित कांग्रेस नेताओं ने ली भाजपा की सदस्यता
प्रदेश भाजपा कार्यालय में शनिवार को कांग्रेस के उज्जैन जिले के घट्टिया से तीन बार के पूर्व विधायक रामलाल मालवीय, पूर्व जनपद अध्यक्ष भारत सिंह पंवार, उपाध्यक्ष बहादुर सिंह पटेल एवं पूर्व डिप्टी कलेक्टर रमेशचंद्र सक्सेना सहित कांग्रेस के पदाधिकारी, जनपद सदस्य, सरपंच, पूर्व सरपंचों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सभी को पार्टी का अंगवस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया।
कांग्रेस के वे नेता जो विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा में आए
सुरेश पचौरी- पूर्व केंद्रीय मंत्री
गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी – धार से पूर्व सांसद
संजय शुक्ला- इंदौर से पूर्व विधायक
विशाल पटेल- पिपरिया से पूर्व विधायक
अर्जन पलिया- पूर्व विधायक
अंतर सिंह दरबार- पूर्व विधायक
गंभीर सिंह — चौरई (छिंदवाड़ा) से पूर्व विधायक
अरुणोदय चौबे — पूर्व विधायक
राकेश मावई- मुरैना से पूर्व विधायक
शिवदयाल बागरी- गुनौर से पूर्व विधायक
कमलापत आर्य — भांडेर से पूर्व विधायक
जगत बहादुर सिंह (अन्नू)- जबलपुर के महापौर
अतुल शर्मा- एनएसयूआइ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
सैयद जाफर — कमल नाथ के करीबी
कमलेश शाह– विधायक अमरवाड़ा छिंदवाड़ा
विक्रम अहाके- छिंदवाड़ा महापौर
अजय सक्सेना — पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के पुत्र
दीपक सक्सेना- पूर्व मंत्री और कमल नाथ के करीबी
पांच अप्रैल तक 30 हजार से अधिक नेताओं ने थामा भाजपा का दामन
कांग्रेस, सपा, बसपा सहित अन्य दल के नेता — 30,000 लगभग
कांग्रेस से भाजपा में आने वाले– 25000 लगभग
पूर्व विधायक– 14
विधायक — 1
पूर्व सांसद– 3
पूर्व महापौर–1
महापौर — 1
जनप्रतिनिधि–1000