राजधानी के गांधी नगर थाने में तीन मार्च को केस दर्ज होने के बाद से वह फरार हो गए थे………..
MP News: भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 19.48 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपित तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार को पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। राजधानी के गांधी नगर थाने में तीन मार्च को केस दर्ज होने के बाद से वह फरार हो गए थे। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। इस मामले को सुलझाने के लिए विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) बनाया गया था।
एसआइटी प्रमुख एवं एसीपी, बैरागढ़ अनिल शुक्ला ने बताया कि प्रोफेसर सुनील कुमार की लोकेशन पर लगातार नजर रखी जा रही है। उनकी लोकेशन रायपुर पता चलने पर बुधवार को रायपुर पहुंची पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वह अपने एक रिश्तेदार के घर पर छिपे हुए थे। गुरुवार को उन्हें भोपाल कोर्ट में पेश किया जा सकता है। इस मामले में तत्कालीन कुलसचिव आरएस राजपूत और पूर्व वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
अग्रिम जमानत याचिका हो चुकी थी खारिज
प्रो. सुनील कुमार ने एक अप्रैल को भोपाल कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी। दो अप्रैल को सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। तीन अप्रैल को पूर्व कुलपति की ओर से प्रस्तुत की गई दलीलें खारिज करते हुए उनकी अग्रिम जमानत के आवेदन को रद कर दिया गया था। अन्य आरोपित तत्कालीन कुलसचिव ने भी अग्रिम जमानत लेने की कोशिश की थी, लेकिन उनका आवेदन भी 12 मार्च को खारिज कर दिया गया था।
अब तक चार आरोपित गिरफ्तार
एसआइटी ने इस मामले में सबसे पहले 22 मार्च को आरबीएल बैंक के तत्कालीन मैनेजर कुमार मयंक को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। रिमांड पर पूछताछ करने के बाद मयंक जेल भेज दिया गया है। चार अप्रैल को एक्सिस बैंक, पिपरिया के पूर्व प्रबंधक राम रघुवंशी को एवं पांच अप्रैल को दलित संघ, सोहागपुर के सदस्य सुनील कुमार रघुवंशी को गिरफ्तार किया जा चुका हैं। यह दोनों भी जेल में हैं।