देश के सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की कमी इस साल के अंत तक दूर करने के प्रयास हो रहे हैं। चिकित्सा अधिकारियों के 1400 पदों पर भर्ती होने जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ([पीएससी)] को प्रस्ताव भेज दिया है। इन पदों को भरने के बाद प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डाक्टरों की कमी दूर हो सकेगी।
प्रदेश में करीब 475 अस्पतालों में चिकित्सक नहीं थे। पिछले महीने इन अस्पतालों में बंधपत्र के तहत एक साल के लिए चिकित्सकों को पदस्थ किया गया है। हाल ही में स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारियों को पदोन्नत करने के बाद चिकित्सा अधिकारियों के 700 पद रिक्त हो गए थे। इन्हें मिलाकर 1400 पदों पर भर्ती की जा रही है।
भर्ती के लिए अक्टूबर में विज्ञापन जारी हो सकता है। विज्ञापित सभी पद भर जाएंगे तो प्रदेश में स्वीकृत पदों के मुकाबले चिकित्सा अधिकारियों की कमी नहीं रह जाएगी। हालांकि, ये पद 2011 में स्वीकृत हुए थे। इस बीच आबादी ब़़ढने पर नए सिरे से पद सृजित करने की जरूरत है। प्रदेश में 2011 से लेकर अभी तक पीएससी से जितनी बार चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती निकाली गई है, उनमें 60 प्रतिशत से ज्यादा सेवा में नहीं आ रहे। इसकी वजह यह कि कई बार आरक्षित पदों के लिए योग्य उम्मीदवार नहीं मिलते।