नई दिल्ली : शुक्रवार, मई 31, 2024/ दिल्ली की एक अदालत ने बेबी केयर न्यू बॉर्न अस्पताल के मालिक और एक सह-आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कुछ दिनों पहले इस अस्पताल में लगी भयानक आग में सात बच्चों की मृत्यु हो गई थी। अस्पताल के मालिक नवीन खिची और ड्यूटी पर तैनात एक कर्मचारी को निजी अस्पताल में लगी आग के मद्देनजर गिरफ्तार किया गया है। इस कर्मचारी को भी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस बीच नवीन खिची ने एक जमानत याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई तीन जून को होगी।
अस्पताल की आग की दुर्घटना की पुलिस जांच में पता चला है कि दिल्ली सरकारी स्वास्थ्य सेवा (डी.जी.एच.एस.) द्वारा अस्पताल को जारी लाइसेंस की अवधि 31 मार्च को समाप्त हो गई थी। इस जांच में यह भी पता चला है कि अस्पताल के डॉक्टरों की डिग्री नवजात शिशुओं के उपचार करने योग्य नहीं थी। इन शिशुओं को नवजात गहन देखभाल इकाई की आवश्यकता थी। इस अस्पताल के डॉक्टर सिर्फ बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी-बी.ए.एम.एस. डिग्री के धारक थे।
पुलिस ने बताया कि अस्पताल में 12 नवजात शिशु थे जिनमें से एक बच्चे की आग की घटना से पहले ही मृत्यु हो गई थी। सभी नवजात शिशुओं को अन्य लोगों की मदद से इस अस्पताल से निकालकर इलाज के लिए ईस्ट दिल्ली एडवांस एन.आई.सी.यू. अस्पताल में भेज दिया गया। दिल्ली अग्निशमन सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अस्पताल में सात बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया जबकि पांच नवजात शिशुओं का इलाज जारी है।