भोपाल : रविवार, जून 30, 2024/ मध्यप्रदेश का बहुचर्चित नर्सिंग घोटाले को लेकर युवा कांग्रेस लगातार प्रदेश-भर में प्रदर्शन कर रहीं है, इसी क्रम में रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव गांधी सभागार में मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह यादव ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने मध्यप्रदेश के लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में नर्सिंग कालेज महाघोटाले की वजह से लाखों नर्सिंग छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में लटका हुआ हैं।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए युवा कांग्रेस अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह ने कहा कि तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के कार्यकाल में इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है, और वो आज भी मंत्री पद पर बने हुए हैं। मुख्यमंत्री को तुरंत ऐसे दागी मंत्री को बर्खास्त करने की अनुशंसा करनी चाहिए।
युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा आयुक्त निशांत बरबड़े समेत विभाग के उन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी तुरंत निलंबित करने एवं उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की है, जिन्होंने इस प्रक्रिया में प्रत्यक्ष रूप से सहभागिता की है।
मितेंद्र दर्शन सिंह ने नर्सिंग काउंसिल के दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति और रजिस्ट्रार को तुरंत पद से हटाने की भी मांग की है।
मितेन्द्र दर्शन सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में परचूनी की दुकान की तरह फर्जी नर्सिंग कालेज खोल दिए गए हैं जिसके कारण प्रदेश के लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। ऐसे फर्जी कालेजों पर सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए और दोषियों पर कठोर कार्यवाही करके पर्ची वाले मुख्यमंत्री को नजीर पेश करनी चाहिए।
मितेन्द्र दर्शन सिंह ने कहा कि ऐसे फर्जी कालेज, जो जांच में अपात्र पाए गए हैं वहां पढ़ रहे छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए अन्य पात्र कालेजों में स्थानांतरण करने की व्यवस्था बनाने की भी मांग सरकार से की है।
मितेंद्र दर्शन सिंह ने कहा कि मप्र में शासकीय नर्सिंग कालेजों में 2022 में प्रवेश के लिए प्री-नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट (पीएनसीटी) की परीक्षा जुलाई 2023 में आयोजित करवाई गई थी, जिसमें 66 हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, लेकिन आजतक उसका परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया गया है, वहीं शासकीय नर्सिंग कालेजों से पढ़ाई करने वाले छात्राओं को पढ़ाई के बाद नियम अनुसार शासकीय नौकरी दी जाना थी। लेकिन 18 महीने बीतने के बाद भी उनको ज्वाइनिंग नहीं दी गई। सभी तरफ से छात्र छात्राएं परेशान हैं। इस पर भी सरकार को प्राथमिकता से ध्यान देने की मांग की है।