नई दिल्ली : शुक्रवार, जुलाई 26, 2024/ पेरिस ओलंपिक-2024 खेलों की शुरूआत आज से होगी। ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह का आयोजन पेरिस में सीन नदी के किनारे भारतीय समय के अनुसार रात 11 बजे से होगा। यह पहली बार है जब उद्घाटन समारोह किसी स्टेडियम में न होकर खुले में आयोजित होने जा रहा है। ओलिम्पिक खेलों में भाग ले रहे देशों के खिलाड़ियों की परेड पेरिस के प्रतिष्ठित स्थलों, नोट्रे-डेम, पोंट डे आर्ट्स और पोंट नेफ से होकर गुजरेगी। इसमें लगभग 10 हजार 500 खिलाड़ी करीब 100 नावों में सवार होकर परेड में निकलेंगे। परेड ऑस्टरलिट्ज़ ब्रिज से शुरू होकर ट्रोकाडेरो – एफिल टॉवर के पास एस्प्लेनेड पर समाप्त होगी, जहां ओलिम्पिक मशाल प्रज्वलित कर समारोह की शुरूआत की जाएगी।
भारत की ओर से शरथ कमल और पी. वी. सिंधु परेड में ध्वजवाहक के रूप में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। पी. वी. सिंधु बैडमिंटन में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता हैं। भारतीय खिलाड़ी पारंपरिक पोशाक पहनकर परेड में भाग लेंगे। इससे पहले भारत ने कल पेरिस ओलंपिक अभियान में शानदार शुरुआत की। तीरंदाजी में पुरुष टीम ने रैंकिंग राउंड में तीसरा स्थान हासिल किया वहीं, महिला टीम ने चौथा स्थान हासिल करते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की।
क्वार्टर फाइनल में भारतीय महिला टीम का मुकाबला मेजबान फ्रांस और नीदरलैंड के बीच होने वाले अंतिम-16 चरण के मैच के विजेता से होगा। दूसरी ओर, भारतीय पुरुष टीम का सामना क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया अथवा तुर्किए से होगा। मिक्सड टीम स्पर्धा के 16वें दौर में भारत का मुकाबला इंडोनेशिया से होगा। यह स्पर्धाएं इस महीने की 28 तारीख से अगले महीने की 4 तारीख तक आयोजित होंगी। निशानेबाजी में भारत कल 10 मीटर एयर राइफल मिक्सड टीम स्पर्धा और 10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष और महिला स्पर्धाओं के साथ अपने अभियान की शुरूआत करेगा।
पेरिस ओलंपिक विधिवत आज से शुरू हो रहा है। सीन नदी के किनारे आयोजित होने वाले उद्घाटन समारोह के साथ खेलों की आधिकारिक शुरुआत होगी। इस वर्ष, पेरिस ओलंपिक में 1924 के ओलंपिक खेलों की शताब्दी का जश्न मनाया जाएगा। पेरिस में वर्ष 1900 में दूसरे ओलंपिक खेल आयोजित किए गए थे। लगभग 100 साल पहले 1924 में भी पेरिस ने खेलों की मेजबानी की थी।
लंदन के बाद पेरिस तीन बार ओलंपिक की मेजबानी करने वाला दूसरा शहर बन जाएगा। पेरिस 2024 ओलंपिक पदकों का डिज़ाइन फ्रांस में खेलों की वापसी को दर्शाता है।
अगर हम ओलंपिक के इतिहास पर नजर डालें तो पेरिस ओलंपिक के इतिहास में भारतीय दल के लिए भाग्यशाली स्थान माना जाता है। दरअसल भारतीय दल ने पहली बार फ्रांस की राजधानी में पदक का खाता खोला, भारत के एक खिलाड़ी नॉर्मन प्राइसहार्ड ने उसी स्थान पर 1900 ओलंपिक खेलों में 200 मीटर बाधा दौड़ और 200 मीटर स्प्रिंट में रजत पदक जीते थे। 1924 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर में जन्मी टेनिस खिलाड़ी नोरा पोली पेरिस में ट्रैक और फील्ड के सबसे बड़े आयोजन में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला बनीं।