बिजली संकट और भारी-भरकम बिलों से प्रदेश की जनता कर रही है त्राहिमाम : जीतू पटवारी

भोपाल : सोमवार, जुलाई 29, 2024/ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि पूरा प्रदेश बारिश से तरबतर हो रहा है। ग्रामीण इलाकों में अव्यवस्थाओं के चलते ग्रामीणों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक और बिजली संकट की बात की जाये तो पूरा प्रदेश बिजली संकट से जूझ रहा है, बावजूद उसके शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिना जांच और बिना रीडिंग किये भारी भरकम बिल जनता को थमाये जा रहे हैं। बिजली विभाग की तानाशाही भी इतनी चल रही है कि बिल न भरने पर किसानों के खेत और घरों में रखा सामान, टैक्टर ट्राली, मोटर साईकिल तक जप्त कर लिये जाते हैं।

पटवारी ने कहा कि अपने आप को किसानों की हिमायती बताने वाली भाजपा सरकार में बिजली संकट से ग्रामीण क्षेत्रों में दिन-दिन भर बिजली नहीं मिलने से ग्रामीणों में खौप का माहौल व्याप्त है। बुंदेलखंड और खासकर रायसेन जिले की स्थित बिजली को लेकर बेहाल है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें नहीं होने से, कच्ची सड़कों और घरों के आसपास बड़ी मात्रा में पानी भरा रहता है ऐसे में जहरीले जीव-जंतुओं सांप, बिच्छू, घोरे सहित अन्य जीव जंतु घरों में घुस जाते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी तादात में लोग अकाल मृत्यु का शिकार हो रहे है। लेकिन बिजली विभाग बेफ्रिर्क होकर दफ्तरों में बैठे गपशप लड़ाते रहते हैं।

पटवारी ने कहा कि प्रदेश में 15 महीने की कांग्रेस सरकार ने बिजली उपभोक्तओं को 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली मुहैया करायी थी। भाजपा सरकार आते ही बिजली के भारी भरकम बिल थोपे जाने लगे। बिजली संकट से बारिश के मौसम में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था नहीं होने से, बारिश का गंदा पानी, मक्खी, मच्छरों के प्रकोप के प्रदेश की जनता पर भी काफी प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि सरकार और सरकार से जुडे़ लोग केवल अपने स्वार्थ और इंवेट की राजनीति में व्यस्त रहते हैं, उन्हें जनता की भावनाओं से कोई सरोकार नहीं है। सत्ता के मद में चूर सत्ताधारी और चापलूस अधिकारी मदमस्त होकर जनता का खून चूस रहे हैं।

पटवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया, बिजली विभाग के मंत्री और अधिकारियों को बारिश के मौसम में प्रदेश की जनता को हो रही खौपनाक स्थितियों ने निजात दिलाने कोई ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की जनता सुखमय तरीके से अपना जीवन यापन कर सके।

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