केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन नई मेट्रो रेल परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। इनमें बेंगलुरु मेट्रो के तीसरा चरण, ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना और पुणे मेट्रो के पहले चरण का स्वारगेट से कटराज तक विस्तार शामिल हैं। बैठक के बाद, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब 21 शहरों में मेट्रो रेल की सुविधा है जबकि 10 साल पहले यह केवल पांच शहरों में थी। उन्होंने कहा कि नेटवर्क लंबाई के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है।श्री वैष्णव ने कहा कि बेंगलुरु मेट्रो रेल परियोजना का तीसरा चरण 2029 तक चालू होगा। इस चरण में लगभग 45 किलोमीटर मेट्रो लाइन जोड़ी जाएगी, जिससे बेंगलुरु शहर के दक्षिणी हिस्से, बाहरी रिंग रोड पश्चिम, मागदी रोड और आसपास के इलाकों में मेट्रो सेवा उपलब्ध होगी।
महाराष्ट्र में ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो परियोजना का 29 किलोमीटर का गलियारा वर्ष 2029 तक चालू होगा जिसे ठाणे के पश्चिम में 22 स्टेशनों के साथ-साथ बनाया जाएगा। इससे नौपाड़ा, वागले एस्टेट, डोंगरीपाड़ा, हीरानंदानी एस्टेट, कोलशेत और साकेत मेट्रो सेवा से जुड़ जाएंगे। पुणे मेट्रो के पहले चरण का विस्तार करने से स्वारगेट से कटराज अंडरग्राउंड लाइन तक सड़क यातायात की भीड़ को काफी कम करने में मदद मिलेगी। यह परियोजना फरवरी, 2029 तक पूरी होने की उम्मीद है। महाराष्ट्र में ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो परियोजना गलियारा 2029 तक चालू होगा, श्री वैष्णव ने कहा कि 29 किलोमीटर का यह कॉरिडोर 22 स्टेशनों के साथ ठाणे शहर के पश्चिम की परिधि के साथ चलेगा।
मंत्रिमंडल ने बिहार में बिहटा और पश्चिम बंगाल में बागडोगरा में सिविल एन्क्लेव को भी मंजूरी दी है। इससे बागडोगरा और बिहटा हवाई अड्डों की क्षमता बढ़ेगी। बिहटा हवाई अड्डे पर प्रस्तावित एकीकृत टर्मिनल भवन से प्रतिवर्ष 50 लाख यात्रियों की आवाजाही आसान होगी और आने वाले वर्षों में पटना हवाई अड्डे की भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा।