केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लाओस में पूर्वी एशियाई देशों के वित्त मंत्रियों के 12वें सम्‍मेलन को संबोधित किया

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वियनतियाने, लाओ पीडीआर की अपनी यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन 12वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन आर्थिक मंत्रियों की बैठक (ईएएस ईएमएम) में भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता 2024 के लिए आसियान अध्यक्ष, लाओ पीडीआर के उद्योग और वाणिज्य मंत्री महामहिम मलाइथोंग कोमासिथ ने की। बैठक में सभी 10 आसियान देशों और 8 अन्य ईएएस भागीदारों अर्थात भारत, अमेरिका, रूस, चीन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के आर्थिक मंत्री या उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ तिमोर-लेस्ते एक पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में शामिल हुआ।

12वें ईएएस ईएमएम में, आर्थिक मंत्रियों ने क्षेत्रीय और वैश्विक आर्थिक विकास और चुनौतियों पर चर्चा की। अपने हस्तक्षेप में, मंत्री गोयल ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन मंच को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया, इसके संस्थापक सदस्य होने के नाते और क्षेत्र में शांति, स्थिरता और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका को स्वीकार किया। 2025 के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक आर्थिक पूर्वानुमान पर आसियान सचिवालय की ब्रीफिंग का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 2024-25 में वैश्विक अर्थव्यवस्था के 3.2% की दर से बढ़ने की उम्मीद है जबकि भारत की विकास दर 7-7.2% रहने का अनुमान है, जिससे भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।

डब्ल्यूटीओ पर, मंत्री गोयल ने मार्च 2024 में 13वें डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के सफल समापन की सराहना की और बिना भेदभाव, समावेशिता और विशेष और विभेदक व्यवहार के सिद्धांतों के साथ एक नियम-आधारित प्रणाली पर जोर देते हुए एक खुली, पारदर्शी और समावेशी डब्ल्यूटीओ सुधार प्रक्रिया के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने आसियान देशों को डब्ल्यूटीओ में ग्‍लोबल साउथ के मुद्दों पर सहयोग के लिए आगे आने और बहुपक्षवाद को मजबूत करने के लिए आमंत्रित किया।

मंत्री गोयल ने आसियान और पूर्वी एशिया के आर्थिक और अनुसंधान संस्थान द्वारा प्रस्तुत शोध पत्र “नेट-जीरो अर्थव्यवस्था के लिए मार्ग प्रशस्त करना: ईएएस देशों में डीकार्बोनाइजेशन और संधारणीयता पहल” की सराहना की और 2070 तक नेट-जीरो अर्थव्यवस्था के लिए भारत की प्रतिबद्धता और जलवायु के संबंध में भारत द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति, 11 साल पहले ही जीडीपी से संबंधित लक्ष्य की उत्सर्जन मात्रा में कमी और 9 साल पहले ही ऊर्जा मिश्रण में गैर-जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी का उल्लेख किया। उन्होंने सदस्य देशों से अपील की कि वे जिम्मेदार उपभोग के साथ जीवनशैली में चक्रीयता को बढ़ावा दें, जैसा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने सीओपी 26 में मिशन लाइफ – पर्यावरण के लिए जीवन शैली के लिए आह्वान किया है।

दिन के दौरान, मंत्री गोयल ने 12वें ईएएस ईएमएम के साथ-साथ कई द्विपक्षीय बैठकें और अन्य कार्यक्रम किए। दिन की शुरुआत म्यांमार के निवेश और विदेशी आर्थिक संबंध मंत्री महामहिम डॉ. कान जॉ के साथ द्विपक्षीय बैठक से हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने व्यापार में संभावित सहयोग क्षेत्रों और चल रही एआईटीआईजीए समीक्षा वार्ता पर चर्चा की।

मंत्री गोयल ने कोरिया गणराज्य के व्यापार, उद्योग और ऊर्जा मंत्री महामहिम इंक्यो चेयोंग से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापार संबंधों, भारत-कोरिया सीईपीए को उन्नत करने के लिए वार्ता में प्रगति और भारत में समावेशी निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा की।

मंत्री गोयल ने बाद में भारतीय दूतावास द्वारा लाओस में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने समुदाय के सदस्यों के साथ सार्थक बातचीत की और भारत एवं लाओस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में उनके अमूल्य योगदान को स्वीकार किया। उन्होंने सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने में उनके प्रयासों के महत्व पर जोर दिया और दोनों देशों के बीच एक सेतु का कार्य करने के लिए आभार व्यक्त किया।

मंत्री गोयल ने आसियान और पूर्वी एशिया के आर्थिक शोध संस्थान (ईआरआईए) के अध्यक्ष तेत्सुया वतनबे के साथ बैठक की। चर्चा भारत-विशिष्ट शोध अध्ययनों में संभावित सहयोग पर केंद्रित रही। भारत ने पिछले साल 10 वर्षों की अवधि के लिए ईआरआईए को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर का वित्तीय सहयोग देने की घोषणा की थी। ईआरआईए, एआईटीआईजीए पर एक संयुक्त अध्ययन के लिए भारतीय डब्ल्यूटीओ अध्ययन केंद्र के साथ भी सहयोग कर रहा है।

शाम को, मंत्री गोयल ने आसियान के महासचिव महामहिम डॉ. काओ किम होर्न के साथ बैठक की। आसियान सचिवालय एआईटीआईजीए समीक्षा पर चर्चाओं में समन्वय कर रहा है और दोनों गणमान्यों ने भारत और आसियान व्यापार संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया, जिसमें बाजार पहुंच विषमताओं को दूर करना और एआईटीआईजीए को उन्नत करना शामिल है।

मंत्री गोयल ने लाओस की अपनी यात्रा का समापन लाओ पीडीआर के उद्योग और वाणिज्य मंत्री महामहिम मलाइथोंग कोमासिथ के साथ बैठक के साथ किया। उन्होंने आर्थिक मंत्रियों की बैठकों की सफल मेजबानी के लिए मंत्री कोमासिथ को बधाई दी और व्यापार सहयोग के अवसरों के साथ-साथ एआईटीआईजीए की समीक्षा के लिए चल रही बातचीत के बारे में चर्चा की।

Previous articleधर्म, संस्कृति और आध्यात्म से भारत बनेगा विश्व-गुरू : उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल
Next articleअनुप्रिया पटेल ने वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन के तहत आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन को संबोधित किया