निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की कल घोषणा कर दी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवम्बर को एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। झारखंड विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे। दोनों राज्यों की मतगणना 23 नवम्बर को होगी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कल नई दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 22 अक्तूबर को जारी की जाएगी। 29 अक्टूबर तक नामांकन-पत्र भरे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में नौ करोड़ 63 लाख मतदाताओं के लिए एक लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
झारखंड में पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना 18 अक्तूबर को जारी होगी। 25 अक्टूबर तक पर्चे भरे जा सकते हैं। राज्य में दूसरे चरण के मतदान की अधिसूचना 22 अक्तूबर को जारी होगी। 29 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि झारखंड में 26 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर दो करोड़ साठ लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए प्रवर्तन एजेंसियों को निर्देश जारी किए गए हैं। राजीव कुमार ने कहा कि प्रवर्तन एजेंसियां चुनावों में प्रलोभन की भूमिका समाप्त करने और समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए समन्वित तरीके से काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों को घर से मतदान की सुविधा प्रदान की जाएगी। श्री कुमार ने कहा कि मतदान की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी जायेगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने महाराष्ट्र और झारखंड के मतदाताओं से लोकतंत्र के उत्सव में बडी संख्या में भाग लेने की भी अपील की।
आयोग ने कई विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव कार्यक्रम की भी घोषणा की। विभिन्न राज्यों की 47 विधानसभा सीटों और केरल में वायनाड लोकसभा सीट के लिए 13 नवम्बर को उपचुनाव होंगे। उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव 20 नवंबर को होगा। मतगणना 23 नवम्बर को होगी।
आपसी टूट के बाद विधानसभा चुनाव में पहली बार शिवसेना एवं एनसीपी दो धड़ों में चुनाव लड़ने जा रही है। जहां चुनाव आयोग द्वारा एकनाथ शिंदे को शिवसेना का आधिकारिक नाम एवं चुनाव चिन्ह मिला था वही चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे को अपनी पार्टी का नाम शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) रखने की अनुमति दी। दूसरी तरफ एनसीपी में हुई फूट के बाद अजीत पवार को पार्टी का आधिकारिक नाम एवं चुनाव चिन्ह मिला था तो शरद पवार को अपनी पार्टी के लिए एनसीपी (शरदचंद्र पवार) नाम मिला।
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव दो गठबंधनों यानी महायुति एवं महाविकास अघाड़ी के बीच लड़ा जाएगा। एक तरफ महायुति गठबंधन में भाजपा, शिवसेना एवं एनसीपी मुख्य राजनीतिक दल है। दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) एवं एनसीपी (शरदचंद्र पवार) मुख्य राजनीतिक दल है। दोनों गठबंधनों में चुनाव के मद्देनजर सीटों के बंटवारे की कवायद अंतिम दौर में चल रही है।