कल तक स्वीकार करें ऋतुजा लटके का इस्तीफा- बॉम्बे हाई कोर्ट

बॉम्बे हाई कोर्ट ने बीएमसी (BMC) को आदेश दिया है कि शुक्रवार सुबह 11 बजे तक ऋतुजा लटके का इस्तीफा स्वीकार करें। इस फैसले से उद्धव ठाकरे गुट को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, मुंबई की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में ऋतुजा लटके उद्धव ठाकरे गुट की उम्मीदवार हैं। शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के बाद इस सीट पर चुनाव हो रहा है और ऋतुजा लटके दिवगंत विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं। आपको बता दें कि 3 नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव में नामांकन करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
ऋतुजा लटके बृहन्नमुंबई नगर निगम (BMC) में क्लर्क हैं। ऐसे में चुनाव लड़ने की स्थिति में उनका लाभ के पद पर बने रहना विवाद का मुद्दा बन सकता है। इसलिए उन्होंने दो सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दिया और अनुरोध किया था कि चुनाव होने के बाद उनका इस्तीफा मंजूर किया जाए। लेकिन बीएमसी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रही थी। जिसके बाद उद्धव ठाकरे गुट ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
क्या है बीएमसी की दलील?
हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान बीएमसी के वकील साखरे ने कहा कि ऋतुजा लटके के खिलाफ शिकायत पेंडिंग है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत है और रिश्वतखोरी की विभागीय जांच चल रही है। इस मामले की शिकायत 12 अक्टूबर को दर्ज की गई थी। काम के दौरान भी वह कभी ऑफिस नहीं जाती थी, वह केवल संपर्क के लिए काम करती थी। इसके अलावा नियम कहता है कि अगर निगम नौकरी छोड़ना चाहता है तो उसे एक महीने का लिखित नोटिस दिया जाना चाहिए। ऐसे में हम 30 दिनों का नोटिस पूरा होने से पहले निर्णय ले लेंगे।
ऋतुजा लटके की दलील
ऋतुजा लटके के वकील विश्वजीत सावंत ने कहा कि यह एक दुर्भावनापूर्ण शिकायत है और ये जानबूझ कर किया जा रहा है। उन्होंने पहला पत्र 2 सितंबर को लिखा था और बीएमसी ने जवाब 29 सितंबर को दिया गया था। चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद एक बार फिर इस्तीफा सौंप दिया गया। अगर ऋतुजा चुनाव लड़ती हैं, तो जांच के समय उनके नामांकन को चुनौती दी जा सकती है और कहा जाएगा कि वे लाभ के पद का आनंद ले रही हैं। इसलिए ये उनके फॉर्म को खारिज करने की एक साजिश है।

Previous articleब्लास्ट फर्नेस का भिलाई इस्पात संयंत्र के हाट ब्लास्ट वाल्व फटा
Next articleगरीब का पैसा खाने वालों को सरकारी नौकरी में रहने का अधिकार नहीं- मुख्यमंत्री चौहान