भोपाल । पुलिस महकमे में छुट्टी मिलना बड़ा मुश्किल भरा काम है। इधर राजधानी के महिला थाने में पदस्थ महिला एसआइ ने जब मैटरनिटी लीव मांगी, तो उसके साथ जैसे ‘करिश्मा’ हो गया। आठ माह की गर्भवती महिला एसआइ की छुट्टी तो सहर्ष तुरंत स्वीकार कर ही ली गई, साथ ही उसे थाने के स्टाफ ने जो भावनात्मक विदाई दी, वह सत्कार उसके जीवन में अविस्मरणीय रहेगा। महिला थाना में ही एसआइ की गोदभराई की रस्म अदा की गई। इस मौके को खास बनाने के लिए पूरे थाने में विशेष साज–सज्जा की गई। थाना उसके लिए मायका सा बन गया। सिपाही ने भाई की भूमिका निभाते हुए एसआइ की गोद भराई की रस्म अदा की। साथी एसआइ ने मां बनकर गोद भराई विधि-विधान से संपन्न कराई।
एसआइ करिश्मा राजावत महिला थाने में पदस्थ हैं। आठ माह की गर्भवती होने के कारण उन्होंने अपने मायके ग्वालियर जाने के लिए महिला थाना प्रभारी अंजना धुर्वे को अवकाश के लिए आवेदन दिया था। छुट्टी का आवेदन तो स्वीकृत किया ही गया, साथ ही स्टाफ ने एसआइ के आंगन में किलकारियां गूंजने के पहले ही उसकी गोद में खुशियां भर दीं। आनन–फानन में थाने को फूलों, रंगीन गुब्बारों से सजा दिया गया। थाने का स्टाफ एसआइ के नाते–रिश्तेदार बन गए। एसआइ अंजना रघुवंशी ने करिश्मा की मां की भूमिका निभाई तो सिपाही प्रदीप शर्मा करिश्मा का भाई बन गया। स्टाफ के अन्य लोग रिश्तेदार, मित्र बन गए। टीआइ धुर्वे ने करिश्मा का हाथ पकड़कर मायका बन चुके थाने में प्रवेश कराया। करिश्मा की मां बनी एसआइ अंजना रघुवंशी ने गोद भराई की रस्म विधि-विधान सें संपन्न कराई। भाई बने प्रदीप शर्मा ने फल, फूलों से भरी टोकरी से बहन करिश्मा की गोद भरी। स्टाफ द्वारा मिले आत्मीय स्नेह से एसआइ अभिभूत हो गई।